
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जिस लड़की के अपहरण और हत्या का दावा किया जा रहा था, वो लड़की नोएडा से जिंदा बरामद की गई. लड़की एक शख्स के साथ फैक्ट्री में काम कर रही है. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि जिस लड़की का शव कुएं से निकला था, वो कौन थी?
दरअसल, पुलिस ने एक लड़की लाश को शिनाख्त करने के लिए एक दंपती को मौके पर बुलाया था. दंपति ने अपनी बेटी के लापता होने की रिपोर्ट थाने में लिखवाई थी. दोनों ने शिनाख्त की थी कि यह उनकी ही बेटी का शव है.
जानकारी के मुताबिक, दस माह पहले गोपीगंज थाना क्षेत्र के सीखापुर में एक लड़की के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बताया था कि उनकी 16 वर्षीय बेटी लापता है और गांव के ही लोगों द्वारा उसके अपहरण की आशंका जताई थी.
इसी बीच ऊंज थाना क्षेत्र के एक गांव में कुएं से एक 16 वर्षीय लड़की का शव बरामद हुआ था. इसे लापता लड़की के माता-पिता ने अपनी बेटी बताकर शव की शिनाख्त की थी. मामले में दो लड़कों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मामला दर्ज करा दिया था. पुलिस ने इस मामले गांव के दो लड़कों को गिरफ्तार कर अपहरण और हत्या के मामले में जेल भेज दिया था.
परिजनों ने जानबूझकर छुपा कर रखा था
इस दौरान पुलिस ने अपनी जांच को जारी रखा और लड़की को नोएडा की एक फैक्ट्री से ढूंढ़ निकाला. लड़की बरामद के होने के बाद उसके माता-पिता को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने बताया की परिजनों को पता था कि उनकी बेटी नोएडा में है. परिजनों ने साक्ष्य को जाबूझकर छुपाकर रखा और दो लड़कों पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया था.
पुलिस के मुताबिक लड़की शादीशुदा है. आरोप है उसकी मां लड़की को प्रताड़ित करती थी, जिसके बाद वह अपनी मर्जी से नोएडा चली गई थी. मगर, उसके मां बाप ने लड़की को कह रखा था कि अगर तुम कहीं पकड़ी जाना, तो इन दोनों लड़को पर अपहरण का आरोप लगाना.
नोएडा की एक फैक्ट्री में काम कर रही थी लड़की
इस मामले पर एसपी भदोही अनिल कुमार ने बताया कि लड़की काफी दिनों से अपने मां-बाप से संपर्क में थी. उन्होंने उससे कहा था कि अगर पुलिस उससे कुछ पूछे, तो उसे बताना है कि आशीष पाण्डेय, ललित पाण्डेय, प्रदीप सेठ, डान मलिया, विष्णु कहार और बाबा मिश्रा ने पिता का झूठा एक्सिडेंड बताकर उसे चारपहिया गाड़ी में हाथ-पैर-मुंह बांधकर मारते-पीटते बनारस हाईवे पर फेंक दिया था.
लड़की ने बताया कि उसके परिजन को जानकारी थी कि वह नोएडा में रह रही है. लड़की के परिवार ने साक्ष्य छिपाते हुए झूठी सूचना पर आरोपियों के खिलाफ ऐसा केस दर्ज कराया था, जिसमें आजीवन कारावास जैसी सजा हो सकती थी. ऐसे में उनके खिलाफ धारा 182/211/201/194/344 के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.