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महोबा: मिड डे मील खाकर 15 लड़कियां बीमार हो गईं, इलाज के लिए तांत्रिक को बुलाया, फिर जमकर मचा बवाल

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में मिड-डे-मील के खाने से 15 लड़कियां बीमार हो गईं. बीमार लड़कियों को उपचार के लिए तत्काल अस्पताल ले जाने की जगह स्कूल में ही तांत्रिक को बुलाकर झाड़फूंक शुरू करा दिया गया.

छात्रा की झाड़फूंक करता तांत्रिक छात्रा की झाड़फूंक करता तांत्रिक
नाह‍िद अंसारी
  • महोबा,
  • 21 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:06 AM IST

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में मिड-डे-मील के खाने से 15 लड़कियां बीमार हो गईं. मिड-डे-मील के भोजन से बीमार हुई लड़कियों को उपचार के लिए अस्पताल भेजने की जगह स्कूल में ही तांत्रिकों को बुलाकर झाड़फूंक शुरू करा दिया गया. इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसके बाद बवाल मच गया है. लोग स्कूल स्टाफ के साथ ही प्रशासन और व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.

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बताया जाता है कि यूपी के महोबा जिले के पनवाड़ी विकासखंड के महुआ गांव स्थित कन्या प्राइमरी विद्यालय में मिड डे मील के भोजन के बाद 15 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई. सभी छात्राओं को उपचार के लिए एंबुलेंस से अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया. अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. छात्राओं की तबीयत बिगड़ने के बाद स्कूल परिसर में ही तांत्रिकों को बुलाकर झाड़फूंक कराया जा रहा था.

स्कूल में छात्राओं की झाड़फूंक का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी स्कूल के पास बने मंदिर में तंत्र क्रिया की गई जिसका असर स्कूल में हुआ है. स्कूल की 15 छात्राओं पर भूत-प्रेत का साया होने की वजह से उनकी तबीयत बिगड़ी है. ग्रामीणों का कहना है कि यही वजह थी कि तांत्रिक को बुलाकर छात्राओं का झाड़फूंक कराया गया.

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बताया जाता है कि स्कूल में छात्राओं की झाड़फूंक का एक ग्रामीण ने वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो के सामने आने के बाद से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. लोग ये भी कह रहे हैं कि शिक्षा के मंदिर में कैसे झाड़फूंक हो रही है. छात्राओं की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर एसडीएम और सीओ भी मौके पर पहुंच गए थे.

अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद भी झाड़फूंक जारी रही. झाड़फूंक के बाद सभी बीमार छात्राओं को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया. इस घटना के बाद ग्रामीण खौफ में हैं. ग्रामीण इस घटना की वजह भूत-प्रेत के साए को ही मान रहे हैं. 15 छात्राओं की मिड डे मील खाने के बाद बिगड़ी तबीयत के मामले में भूत-प्रेत के एंगल से बच्चों में भी डर है.

क्या कहते हैं उपचार करने वाले डॉक्टर

मिड डे मील खाने के बाद बीमार छात्राओं का उपचार करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पनवाड़ी के डॉक्टर माहुर के मुताबिक सभी में अलग-अलग लक्षण थे. उन्होंने बताया कि किसी को सिर दर्द तो किसी को पेट दर्द हो रहा है. डॉक्टर माहुर के मुताबिक सभी बच्चों ने मिड डे मील नहीं खाया है. कुछ ने मिड डे मील का भोजन किया है और बाकी की तबीयत घबराने की वजह से बिगड़ी है. उन्होंने कहा कि फूड पॉइजनिंग के लक्षण नहीं हैं. सभी का उपचार किया जा रहा है.

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एसडीएम ने जताई ठंड से तबीयत बिगड़ने की आशंका

इसे लेकर कुलपहाड़ के एसडीएम अरुण दीक्षित ने कहा कि मिड डे मील में बने भोजन के सैंपल की जांच कराई जा रही है. सैंपल जांच के लिए फूड इंस्पेक्टर को दिया गया है. उन्होंने छात्राओं के बीमार होने के पीछे अधिक ठंड के वजह होने की आशंका जताई और कहा कि हर पहलू से मामले की जांच कराई जा रही है.

गौरतलब है कि पिछले दिनों महोबा जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तांत्रिकों की ओर से मरीजों की झाड़फूंक किए जाने का ववीडियो वायरल हुआ था. अब प्राइमरी स्कूल में बच्चों के झाड़फूंक का वीडियो वायरल होने के बाद व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.

 

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