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बहन की हत्या का बदला! 10 साल बाद भाइयों ने आरोपी को कुल्हाड़ी से काट डाला, लाश को 200 मीटर घसीटा, फिर बाइक पर रखकर नदी में फेंका

गोरखपुर में एक युवक की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई. इसके बाद शव को बाइक से ले जाकर राप्ती नदी में फेंक दिया गया. मामले में पुलिस ने दो सगे भाइयों समेत तीन युवकों को हिरासत में लिया है.

रवि गुप्ता
  • गोरखपुर ,
  • 15 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 7:03 AM IST

यूपी के गोरखपुर में एक युवक की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई. इसके बाद शव को बाइक से ले जाकर राप्ती नदी में फेंक दिया गया. मामले में पुलिस ने दो सगे भाइयों समेत तीन युवकों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. फिलहाल, आरोपितों की निशानदेही पर एसडीआरएफ की टीम नदी में शव की तलाश कर रही है. 

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दरअसल, पूरा मामला गीडा थाना क्षेत्र के नौसढ़ चौकी क्षेत्र के पिपरी गांव का है. जहां 35 वर्षीय उमेश चौहान (पुत्र शंभू चौहान) दिवाली की रात को अचानक गायब हो गया. काफी समय बीत जाने के बाद भी परिजन खोजबीन करने में लगे रहे मगर उमेश का पता नहीं चला. अगले दिन सुबह गांव के बगल में नई कॉलोनी के पास काफी मात्रा में जमीन पर खून पड़ा दिखाई दिया तो परिजनों को शंका हुई. उन्होंने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी. 

कुल्हाड़ी से काटकर हत्या 

स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद गांव के दो सगे भाइयों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. आरोपितों ने बताया कि उन्होंने उमेश की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी है और शव को राप्ती नदी में फेंक दिया गया है. 

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नदी में शव की तलाश

जानकारी के बाद पुलिस, एसडीआरएफ की टीम को नदी में शव की तलाश में लगा दिया गया. मगर देर शाम तक शव नहीं बरामद नहीं किया जा सका. पिपरी नई कॉलोनी के पास आरोपितों ने उमेश की हत्या की थी. फिर शव को करीब दो सौ मीटर घसीट कर लेकर गए. वहां ले जाकर उसे बाइक पर रखा और नदी में फेंक दिया.

बहन की हत्या का बदला 

बताया जा रहा है कि मृतक उमेश चौहान करीब 10 साल पहले गांव की एक युवती से एकतरफा प्रेम करता था. लेकिन युवती के इंकार करने पर उमेश ने उसके ऊपर तेजाब फेंक दिया था. इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई थी. उमेश ने एक दशक पूर्व जिस युवती पर तेजाब फेंका था, उसमें उसका भाई उपेंद्र भी झुलस गया था. इलाज के बाद भी उसका चेहरा बिगड़ गया था. इसी के बाद उपेंद्र ने उमेश की हत्या की कसम खा ली थी.  दीपावली के दिन उपेंद्र ने भाई के साथ मिलकर उमेश से बहन की हत्या का बदला ले लिया. 

घटना के बाद आरोपी उमेश जेल चला गया था. 3 साल पहले वह जमानत पर छूटकर बाहर आया था. इसी के बाद से उपेंद्र मौके की तलाश में था. दिवाली के दिन उसे मौका मिल गया और उसने भाई के साथ मिलकर उमेश को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. 

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हालांकि, पुलिस अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे है. सूत्रों की मानें तो दोनों आरोपित भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही एसडीआरएफ की मदद से शव की खोजबीन की जा रही है. 

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