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नोएडाः प्रेग्नेंट बेटी की देखभाल के लिए आई मां ने नवजात नाती को दो लाख में बेचा, 8 माह बाद मिला बच्चा

ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी से अगवा किए गए एक महीने के मासूम को पुलिस ने बरामद कर लिया है. मासूम की बरामदगी 8 महीने बाद हुई है. हैरानी की बात यह है कि मासूम को किडनैप कर बेचने की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि उसकी नानी ने रची थी.

नोएडा: 8 महीने बाद मां से मिला मासूम नोएडा: 8 महीने बाद मां से मिला मासूम
अरुण त्यागी
  • ग्रेटर नोएडा,
  • 16 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 6:07 PM IST

ग्रेटर नोएडा की बिसरख थाना पुलिस ने आठ महीने पहले अगवा हुए एक माह के बच्चे को बरामद कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. केस में मासूम बच्चे की नानी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. नानी के द्वारा ही बच्चे का अपहरण कराया गया था, जिसे आगे दो लाख रुपये में बेच दिया गया था. 

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बता दें कि शाहबेरी में रहने वाली शिवांगी ने 10 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके गर्भवती होने के दौरान देखभाल के लिए उसकी मां बबीता घर आई थी. शिवांगी ने बेटे को जन्म दिया था. इसके बाद भी बबीता बेटी के घर रुकी हुई थी. दस मई को बच्चे को मां के पास छोड़कर शिवांगी व उसका पति दवा लेने चले गए. इसी दौरान बबीता उनके एक माह के मासूम बच्चे को अगवा कर फरार हो गई. 

जिसके बाद शिवांगी पति संग बबीता के संभल स्थित मुटैना गांव पहुंचे. यहां बबीता कुछ दिन पहले ही आई थी. शिकायत मिलने पर पुलिस ने बबीता को 30 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस दौरान बबीता ने बच्चे को हापुड़ में जमुना नाम की महिला के जरिये दंपती को बेचने की बात कबूल की. 

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मां को मिला उसका बच्चा

इसके बाद पुलिस जमुना की तलाश में जुट गई. जल्द ही पुलिस ने हापुड़ की लज्जा कॉलोनी से जमुना को गिरफ्तार कर लिया. जमुना द्वारा बताया गया कि बबीता ने उसको यह बच्चा दिया था. जिसे उसने डॉक्टर दीपक त्यागी (हापुड़ निवासी) को बेच दिया. वहीं, डॉक्टर ने उस बच्चों को आगे अमरवीर नाम के एक व्यक्ति को दो लाख रुपये में बेच दिया. 

8 महीने बाद मासूम को गले लगा रोने लगी मां 

अब बच्चे को 8 महीने बाद पाकर मां के आंसू नहीं थम रहे हैं. शिवांगी ने बताया कि उसकी मां के द्वारा ही बच्चे का अपहरण कराया गया था. वह डिलीवरी के दौरान घर पर आई थी और मेरे बच्चे को गायब कर दिया. मुझे लगा कि मेरा बच्चा कभी नहीं मिलेगा लेकिन मैंने उम्मीद नहीं छोड़ी. पुलिस भी लगातार बच्चे को तलाश कर रही थी. आज आखिरकार, मेरा बच्चा मिल गया.

शिवांगी ने कहा- अभी तक मैं अपने बच्चे का नाम भी नहीं रख पाई थी. उसके कान पर एक निशान था जिसकी वजह से बच्चे की पहचान हो सकी. शिवांगी ने बच्चा पाकर पुलिस की जमकर तारीफ की. 

पुलिस ने क्या बताया?

मामले में सेंट्रल नोएडा के एडिशनल डीसीपी ह्रदेश कुमार ने बताया कि डॉक्टर दीपक के यहां पर अमरवीर का आना जाना था. अमरवीर के कोई बेटा नहीं था. उसको बेटे की जरूरत थी.  उसने ये बात डॉक्टर से कही. डॉक्टर ने यह बात जमुना से कही और जमुना ने इस मामले में बबीता से संपर्क किया. 

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इस तरह से अमरवीर ने डॉक्टर को दो लाख रुपए दिए और बच्चा ले लिया. इस पूरे मामले में डॉक्टर ने एक लाख रुपये लिए, जमुना को 50 हजार दिए गए और बबीता को 50 हजार मिले. पुलिस की टीम लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी. अब जमुना, डॉक्टर दीपक और बच्चे को खरीदने वाले अमरवीर को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

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