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ISI कनेक्शन, हथियारों की डील... अतीक का पूरा माफिया नेटवर्क मैनेज करता है गुड्डू मुस्लिम, STF लगी पीछे

अतीक अहमद का खास शूटर गुड्डू मुस्लिम ही उसका सारा नेटवर्क संभालता था, जिसकी जानकारी एसटीएफ को अतीक के रिमांड के दौरान मिली थी और अब एसटीएफ ने गुड्डू मुस्लिम की तलाश तेज कर दी है. आईएसआई से मंगवाए गए हथियार पंजाब के रास्ते लाने में गुड्डू मुस्लिम ही मैनेज करता था.

गुड्डू मुस्लिम (फाइल फोटो) गुड्डू मुस्लिम (फाइल फोटो)
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 17 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 12:21 PM IST

अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद अब उसके नेटवर्क को लेकर बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं. सूत्रों ने दावा किया है कि अतीक अहमद का खास शूटर गुड्डू मुस्लिम ही उसका सारा नेटवर्क संभालता था, जिसकी जानकारी एसटीएफ को रिमांड के दौरान मिली थी और अब एसटीएफ ने गुड्डू मुस्लिम की तलाश तेज कर दी है.

एसटीएफ के मुताबिक, आईएसआई से मंगवाए गए हथियार पंजाब के रास्ते लाने में गुड्डू मुस्लिम ही मैनेज करता था. गुड्डू मुस्लिम अपने पांच संदिग्धों के साथ झांसी में सतीश पांडेय उर्फ बबलू पांडेय के घर पांच दिन रुका था, जिसके बाद दोबारा भी झांसी जल्दी पहुंचा था. केयरटेकर विनय सिंह ने भी बताया कि पांच दिनों में नाम तक नहीं जान सका था, यहां तक उसके सामने बातचीत तक नहीं करते थे.

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अतीक को गुड्डू मुस्लिम के पकड़े जाने का था डर
 
गुड्डू मुस्लिम, झांसी में सुबह से शाम तक रेकी करता रहता था जबकि झांसी में बबीना रेंज सैन्य ठिकाना सहित काई महत्वपूर्ण स्थान है. अतीक को डर था कि कहीं गुड्डू मुस्लिम पकड़ा न जाए. अपने रिमांड में अतीक ने कई बार गुड्डू मुस्लिम का नाम लिया और उससे पकड़े जाने का डर था. डर था कि कहीं पुलिस उसका एनकाउंटर ना कर दें और कई राज ऐसे हैं, जो वह उगल ना दे.

गुड्डू मुस्लिम पर कुछ बोलने वाले थे अतीक और अशरफ

अशरफ और अतीक, सिर्फ असद और गुलाम का बचाव कर रहे थे. ऐसे में गुड्डू मुस्लिम ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था. गुड्डू, साबिर और अरमान को एनकाउंटर का डर सता रहा था. हत्या के पहले भी अशरफ, गुड्डू मुस्लिम को लेकर कुछ बताने जा रहा था लेकिन उससे पहले हत्या हो गई. माना जा रहा है कि गुड्डू मुस्लिम के पास बड़े राज है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है.

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सबसे बड़ी राजदार है अतीक की पत्नी शाइस्ता

इस बीच अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता की तलाश तेज हो गई है. अतीक मारा गया, अशरफ मारा गया, असद मारा गया, शूटर गुलाम मारा गया लेकिन उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड शाइस्ता परवीन अभी तक सामने नहीं आई. अतीक और अशरफ की हत्या के बाद अब यही वो महिला है, जो पिछले 50-55 दिन के अंदर हुई सात हत्याओं की पूरी कहानी की सबसे बड़ी राज़दार हो सकती है.

आखिर कहां है शाइस्ता परवीन?

मौत से चंद पल पहले अतीक और अशरफ की गुड्डू मुस्लिम वाली जो बात अधूरी रह गई. उस गुड्डू मुस्लिम वाली बात की सबसे बड़ी राज़दार अब शाइस्ता परवीन ही बची है, लेकिन शाइस्ता परवीन न तो अदालत के सामने सरेंडर कर रही है और न ही पुलिस उस तक पहुंच पा रही है. अतीक अहमद और अशरफ 3 दिनों तक उत्तर प्रदेश पुलिस की रिमांड में थे. 

शाइस्ता परवीन (फाइल फोटो)

अतीक और अशरफ ने 14 मददगारों के लिए थे नाम

इस दौरान यूपी पुलिस और एसटीएफ की पूछताछ में अतीक और अशरफ ने कई बड़े खुलासे किये थे. उन्हीं खुलासों और निशानदेही के आधार पर प्रयागराज के ठिकाने से हथियारों की बरामदगी भी हुई थी, लेकिन सूत्रों के मुताबिक खबर है कि अतीक ने पुलिस को 14 ऐसे लोगों के नाम बताए थे जो उसे फंडिंग किया करते थे.

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प्रयागराज के ही रहने वाले हैं 11 मददगार

अतीक के कहने पर ये लोग शाइस्ता परवीन तक पैसे पहुंचा दिया करते थे. इनमें 11 नाम ऐसे हैं जो प्रयागराज के कालिंदीपुरम, चकिया, मरियाडीह, बम्हरौली, असरौली, कौशाम्बी के महगांव और बेली के रहने वाले हैं. अतीक इन्हें आसपास के किसानों की जमीन औने पौने दाम पर लेकर प्रॉपर्टी डीलर्स को कारोबार करने में मदद करता था. इसके बदले अतीक अहमद को भारी भरकम रकम पहुंचाई जाती थी.

शाइस्ता का पकड़ा जाना क्यों जरूरी है?

अतीक के उन 14 मददगारों की सबसे बड़ी राज़दार शाइस्ता परवीन ही है. शाइस्ता परवीन का पकड़ा जाना इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि अतीक अहमद ने पुलिस की पूछताछ में ऐसी दो सौ से अधिक फर्जी कंपनियों के बारे में बताया है, जिससे उसकी काली कमाई का कनेक्शन है. इसके अलावा सूत्रों के मुताबिक, अतीक ने 50 से ज्यादा ऐसे सफेदपोश नामों का भी खुलासा किया है, जिनके काले पैसे अतीक के धंधे में लगाए गए हैं.

 

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