
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में पिछले 60 सालों से चली आ रही परंपरा अब बदल गई है. अब यहां हाफ डे शुक्रवार की जगह शनिवार को होगा. बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने यह फैसला राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की विजिट के बाद लिया है.
दरअसल, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की स्थापना साल 1962 में हुई थी. इस कॉलेज में एमबीबीएस करने वालों के लिए कुल 150 है. इसको लेकर मेडिकल प्रशासन ने एमबीबीएस की 150 सीट को बढ़ाकर 200 सीट करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) में आवेदन किया था. इसके बाद सितंबर में टीम आई थी.
शुक्रवार को जांच करने आई थी एनएमसी की टीम
टीम को JNM कॉलेज में कुछ खामियां मिली थीं. इसके बाद टीम ने कॉलेज प्रशासन को 3 महीने का समय देकर सुधार करने के लिए कहा था. साथ ही कहा था कि ठीक न होने पर मान्यता खत्म कर दी जाएगी. शुक्रवार को हाफ डे खत्म करने के फैसले को एनएमसी टीम से जोड़कर देखा जा रहा है.
दरअसल, एनएमसी की टीम शुक्रवार को आई थी. इस दौरान शिक्षक और कर्मचारी की उपस्थिति कम मिली थी और एनएमसी की टीम को नमाज पढ़ने के लिए हाफ डे का हवाला दिया गया था.
भाजपा नेता ने की सराहना
वहीं, भाजपा नेता सौरभ चौधरी और पंकज ने बताया, "एएमयू का जेएन मेडिकल कॉलेज बहुत ही अच्छा मेडिकल कॉलेज है. यहां के डॉक्टर पूजा-पाठ करने शुक्रवार को दोपहर में चले जाते थे. ऐसे अगर सब हिंदू, सिख और ईसाई अपने-अपने धर्म के कार्यों के लिए एक-एक दिन ले लेंगे, तो कोई काम नहीं पाएगा. हाफ डे का यह बदलाव अच्छा कदम है."
मामले में JNM के प्रोफेसर वसीम अली ने बताया, "एएमयू मेडिकल कॉलेज में फ्राइडे का हाफ डे अब खत्म कर दिया गया है. यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के साइन से ये आदेश जारी किया गया है. यूनिवर्सिटी में एक मीटिंग हुई थी. उसमें ये निर्णय लिया गया है कि शुक्रवार को फुल वर्किंग डे रखा जाए क्योंकि नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम अधिकतर शुक्रवार को ही निरीक्षण करने आती है."