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'मौत' का फर्राटा... 4 सवारियों की क्षमता वाले ऑटो में बैठे थे 14 लोग, 11 ने गंवाई जान, हरदोई हादसे की पूरी कहानी

Hardoi Accident: हरदोई में बीते दिन हुए सड़क हादसे को लेकर चौंकाने वाली जानकारी वाली सामने आई. जिस ऑटो में 4 सवारियों को बैठने की जगह होती है उसमें 14 लोग बैठे हुए थे. क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर ऑटो स्टेट हाइवे पर फर्राटा भर रहा था.

हरदोई में सड़क हादसे के बाद का मंजर हरदोई में सड़क हादसे के बाद का मंजर
प्रशांत पाठक
  • हरदोई ,
  • 07 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:15 PM IST

उत्तर प्रदेश के हरदोई में बीते दिन हुए सड़क हादसे को लेकर चौंकाने वाली जानकारी वाली सामने आई. जिस ऑटो में 4 सवारियों को बैठने की जगह होती है उसमें 14 लोग बैठे हुए थे. क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर ऑटो स्टेट हाइवे पर फर्राटा भर रहा था. इसी बीच बिल्हौर-कटरा हाइवे पर बाइक सवार के अचानक दाएं मुड़ने की वजह से पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डीसीएम को अचानक ब्रेक लगाना पड़ा. जिसके चलते डीसीएम सड़क पर तिरछा होकर खड़ा हो गया. तभी सामने से सवारियों से भरा ऑटो आ गया. 

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डीसीएम की टक्कर से बचने के लिए ऑटो चालक ने ब्रेक मारा मगर ओवरलोड होने की वजह से ऑटो का संतुलन बिगड़ गया और वो पलट गया. चूंकि, ऑटो की रफ्तार काफी तेज थी इसलिए वो पलटते-पलटते डीसीएम से जा टकराया. इस हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई. ऑटो में बैठी अधिकतर सवारियों के सिर और सीने में तगड़ी चोट आई. उनके शव लहूलुहान हालत में सड़क पर पड़े थे. वहीं, ऑटो के परखच्चे उड़ गए थे. 

बुधवार दोपहर (6 नवंबर) को हुए हरदोई सड़क हादसे में कुल 11 लोगों ने जान गंवाई. इस हादसे में ऑटो चालक और बाइक चालक समेत चार लोग घायल भी हुए हैं. मृतकों में पांच महिलाएं, चार बच्चे और दो युवक शामिल हैं. 

कैसे हुआ इतना भीषण हादसा? 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र के बिचपुरिया अल्लीगढ़ निवासी रमेश की बहन गीता की मौत हो गई थी. बहन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रमेश बुधवार दोपहर बाइक से जा रहा था. कटरा-बिल्हौर हाइवे पर हीरा रोशनपुर गांव के पास वह अचानक सड़क पर मुड़ने लगा. बाइक सवार को अचानक सड़क पर मुड़ता देखकर सामने से आ रहे डीसीएम चालक ने ब्रेक लगा दिया, इससे डीसीएम सड़क पर तिरछा हो गया और बाइक सवार डीसीएम से टकराकर घायल हो गया. इसी दौरान सामने से आ रहे सवारी से भरे ऑटो ने भी डीसीएम से बचने के लिए अचानक ब्रेक मार दिया. जिससे वह पलट गया और कुछ दूर सड़क पर घिसटने के बाद डीसीएम से टकरा गया.  

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टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो में बैठे 11 लोग मौत के मुंह में समा गए. उनके सिर और सीने में गंभीर चोट आई थी. डॉक्टर ने बताया कि सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि, तीन लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलग्राम में और एक को हरदोई मेडिकल कॉलेज में मृत घोषित किया गया. घटना के बाद डीसीएम चालक मौके पर डीसीएम छोड़कर फरार हो गया. फिलहाल, पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया है. ऑटो चालक संजय घायल है, जिसका इलाज चल रहा है. 

मृतकों के नाम 

इस सड़क हादसे में बिलग्राम के ईटोली गांव निवासी राजाराम की पत्नी नीलम (60 ), भतीजे राकेश की पत्नी राधा (30), राधा की बहन निर्मला (40), मल्लावां कोतवाली के मजिगवा निवासी माधुरी (37), माधोगंज के पटियनपुरवा निवासी आलोक की पत्नी सुनीता (35) और उनकी पुत्री आंसी (11), माधोगंज के पटेल नगर पूर्वी निवासी सत्यम (20), सुरसा थाने के सर्रा सथरा निवासी विमलेश (17), सांडी के गुर्रा गांव निवासी रोशनी (26) और उनकी पुत्री वंशिका(5 ) और बेटे प्रांशु (1 ) की मौत हुई है. जबकि रोशनी के पति गंभीर रूप से घायल हैं. 

चार लोगों की जगह, बैठी थीं 14 सवारियां 

बिल्हौर-कटरा स्टेट हाइवे पर बुधवार को जो ऑटो हादसे का शिकार हुआ उसकी क्षमता सिर्फ चार सवारी बैठाने की है. इसके बाद भी सीएनजी से चलने वाले ऑटो में चालक सहित 14 सवारियां बैठी थीं. और ऑटो हाइवे पर फर्राटा भर रहा था, लेकिन यातायात माह के बावजूद किसी भी जिम्मेदार की निगाह ऑटो में ओवरलोडिंग पर नहीं पड़ी. इतना ही नहीं जहां से ऑटो सवारी भरते हैं, वहां से पुलिस थाना और कोतवाली भी कुछ ही दूरी पर स्थित है फिर भी ऑटो में ठूंस ठूंस कर सवारी भरने का क्रम लगातार चलता रहता है.  

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गौरतलब हो कि हादसे के शिकार ऑटो का एक बार ज्यादा सवारी बैठाने पर चालान (13000 रुपये) भी हो चुका है लेकिन फिर भी ओवरलोडिंग का सिलसिला नहीं रुका, नतीजा 11 लोगों की जान चली गई और ऑटो चालक खुद भी गंभीर रूप से घायल. मरने वालों में उसका एक रिश्तेदार भी शामिल है. 

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