
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे का सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. सीएम ने हादसे पर दुख जताते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं. साथ ही मामले में संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा खुद डीजीपी को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. दो मंत्रियों को भी मौके पर भेजा गया है.
बता दें कि मंगलवार (2 जुलाई) को हाथरस स्थित रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 50 से अधिक लोगों की जान चली गई. इसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. हादसे के बाद हड़कंप मच गया. हालात बेहद भयावह हो गए. जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टेंपो में लादकर अस्पताल ले जाया गया. सूचना मिलते ही डीएम और एसपी दल-बाल के साथ मौके पर पहुंच गए. जब शव एटा के अस्पताल पहुंचना शुरू हुए तो गिनती थमने का नाम नहीं ले रही थी. अस्पताल में लाशों के ढेर लग गए.
हाथरस के पड़ोसी जिले एटा के एसएसपी का कहना है कि हाथरस के एक गांव में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई. एटा अस्पताल में अब तक 27 लोगों के शव पहुंच चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 व्यक्ति का शव शामिल है. फिलहाल, शवों की पहचान की जा रही है. शव आने का सिलसिला जारी है. घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की एक टीम गठित की गई है.
डीजीपी, मुख्य सचिव और दो मंत्री घटनास्थल रवाना
हाथरस हादसे पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने जिला प्रशासन को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी के निर्देश के बाद सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री और मुख्य सचिव मनोज सिंह के साथ डीजीपी प्रशांत कुमार भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं.
सीएम योगी ने कहा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
फिलहाल, संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. इसके अलावा ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं.
जानिए पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आज दोपहर हाथरस के नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध 'भोले बाबा' के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी. कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा अधिक लोग पहुंच गए थे. इसी बीच वहां भगदड़ मच गई, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. 200 से अधिक लोग घायल हैं, इनमें कई की हालत गंभीर है. मृतकों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है.
एटा के सीएमओ ने बताया कि अब तक 27 शव आ चुके हैं. बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं. वहां करीब 150 से ज्यादा लोग एडमिट हैं. फिलहाल, शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है, फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा.