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वाराणसी, प्रयागराज में डूबे घाट, मथुरा में उफान पर यमुना, पहाड़ के बाद UP में बारिश की मार, 10 की मौत

दिल्ली के बाद अब यूपी के कई जिलों में बारिश-बाढ़ का कहर दिखना शुरू हो गया है. एक तरफ वाराणसी-प्रयागराज में घाट डूबने शुरू हो गए हैं तो वहीं, दूसरी तरफ मथुरा में यमुना नदी के उफान के बाद कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.

वाराणसी में गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद घाट डूबने लगे हैं. (फोटो-एजेंसी) वाराणसी में गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद घाट डूबने लगे हैं. (फोटो-एजेंसी)

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पहाड़ों पर कहर ढाने के बाद अब बारिश ने उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में असर दिखाना शुरू कर दिया है. राजधानी दिल्ली पहले ही बाढ़ बारिश का सामना कर रही है तो वहीं अब उत्तर प्रदेश में भी इसका असर दिखना शुरू हो गया है. यूपी के कई जिलों में इस समय बारिश तबाही मचा रही है. वाराणसी और प्रयागराज में घाट डूबने लगे हैं. घाट के पास बने कुछ छोटे मंदिर पहले ही डूब चुके हैं. 

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राज्य में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में पिछले 24 घंटे के अंदर अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. रामपुर में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई, वहीं बलिया, महोबा और ललितपुर में बिजली गिरने से 7 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इसके अलावा सुल्तानपुर में सांप के काटने से एक शख्स की मौत हो गई.

बदायूं और बुलंदशहर में भी बुरे हालात

यूपी के बड़े शहरों की बात की जाए तो मथुरा में  यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है. इसके बाद भी नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है. वहीं, बदायूं में भी गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बुलंदशहर और फर्रुखाबाद में नदी खतरे के निशान के करीब पहुंचने वाली है.

मथुरा-वृंदावन के निचले इलाकों में भरा पानी

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मथुरा जिले के मांट इलाके के कई गांव पानी में डूब गए हैं. किसानों की कई एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. मथुरा और वृंदावन के निचले इलाकों में घरों और सड़कों पर पानी भर गया है. मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में 24 घंटे के अंदर 1.02 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यूपी के 75 में से 32 जिलों में इस दौरान अत्याधिक बारिश हुई है. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के अंदर भारी बारिश की चेतावनी दी है.

सीएम योगी ने बताया- कैसी है तैयारियां

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़-बारिश के बीच जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर एली परसौली तटबंध और घाघरा नदी पर एल्गिन ब्रिज के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. उनके साथ जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाढ़ से बचाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. संबंधित विभागों के अधिकारियों को तैनात कर दिया गया है. 

उत्तराखंड में घाघरा-राप्ती का जलस्तर बढ़ा

सीएम ने कहा कि इस साल जिले में सामान्य बारिश हुई है. हालांकि, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण घाघरा और राप्ती नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. आदित्यनाथ ने कहा कि नदियों का स्तर और बढ़ने की संभावना है. बाढ़ से बचाव के लिए सरकार की ओर से सभी एहतियाती इंतजाम पूरे कर लिये गये हैं.

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28 बाढ़ चौकियां बनाईं, रेस्क्यू के लिए नावें तैयार

मुख्यमंत्री ने बताया कि जिले के चारों तटबंधों एल्गिन-चरसड़ी, भिखारीपुर-सकरौर, परसपुर-धौरहरा और भौरीगंज रिंग बांध की मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है. जिला प्रशासन ने 28 बाढ़ चौकियां भी स्थापित की हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में नावें तैयार हैं. सीएम योगी ने जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की. उन्होंने बाढ़ की स्थिति में प्रभावित लोगों की मदद में किसी भी तरह की कोताही न बरतने की चेतावनी दी.

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