
Ayodhya News: अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर रोज बड़ी संख्या में लोग अयोध्या आने लगेंगे. इसी को लेकर यहां विशेष तैयारियां की जा रही हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस और टेंट सिटी तैयार की गई है. दर्शन के बाद यहां लोग कहां-कहां ठहर सकते हैं, इसे खास तौर पर ध्यान में रखा गया है. यहां हाईटेक टेंट सिटी भी है, जिसकी सुविधाएं और किराया किसी बड़े होटल से कम नहीं है.
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पास टेंट सिटी तैयार की गई है. इसे गुजरात की कंपनी प्रवेज ने करीब 8500 वर्ग मीटर में बनाया है. इसके अंदर प्रवेश करने के साथ ही अयोध्या के धार्मिक महत्व की झलक मिलती है. प्रवेश द्वार पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की चरण पादुकाएं फव्वारे के बीच नजर आएंगी, इसी के साथ तीर-धनुष, स्वास्तिक व ओम की उकेरी गईं आकृतियां नजर आएंगी. वहीं हरा भरा प्राकृतिक वातावरण और सुविधाएं रोमांच का अनुभव कराती हैं.
किसी बड़े होटल की तरह की सुविधाओं से युक्त इस तरह की टेंट सिटी अयोध्या में तीन जगहों पर तैयार की गई है. यहां ठहरने के लिए अगर इसी महीने पहुंचेंगे तो 8000 से 10000 के बीच किराया लगेगा, लेकिन अगर 10 जनवरी के बाद इस टेंट सिटी में ठहरेंगे तो 15000 से 20000 के बीच किराया चुकाना होगा, क्योंकि उस समय श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की धूम होगी.
अयोध्या में कहां-कहां तैयार की गई है टेंट सिटी
हाईटेक टेंट सिटी की बात करें तो गुप्तार घाट ब्रह्मकुंड गुरुद्वारे के पास और राम कथा संग्रहालय के पीछे तैयार की गई है. उच्च सुख सुविधाओं वाली यह टेंट सिटी अयोध्या विकास प्राधिकरण के सहयोग से निजी कंपनियों ने विकसित की है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी विकसित की टेंट सिटी
श्री राम मंदिर ट्रस्ट ने भी सबसे बड़ी टेंट सिटी मणि पर्वत के पास बाग बिजेसी में तैयार की है. इसमें 3500 साधु संत और 12000 अन्य लोगों के रुकने की व्यवस्था है. इसके अलावा कार सेवक पुरम की टेंट सिटी में 1000, मणिरामदास छावनी परिसर की टेंट सिटी में 800 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है.
अयोध्या नगर निगम ने भी 5000 लोगों को ठहरने के लिए आश्रय स्थल का निर्माण कराया है. वहीं होम स्टे के रूप में अब तक 600 आवासों का रजिस्ट्रेशन किया गया है, इसमें लगभग 1000 लोग रुक सकते हैं. अयोध्या में 2 स्टार व 4 स्टार के बीच लगभग 35 होटल हैं. इसके अलावा धर्मशाला और गेस्ट हाउस भी हैं, जिनकी संख्या लगभग दो दर्जन है.