
यूपी विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 8 वर्ष में हमारी सरकार ने 6 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने में सफलता प्राप्त की है. ये चीजें दिखाती हैं कि प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव हुआ है. अकेले महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक वृद्धि करने वाला है. वहीं, विधानसभा में समाजवादी पार्टी की विधायक रागिनी सोनकर द्वारा आर्थिक मुद्दे पर उठाए गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मैं आपकी पीड़ा समझ सकता हूं, क्योंकि आपके नेता कहते हैं कि भारत कभी विकसित नहीं बन सकता है, आप तो उनका अनुसरण करेंगी ही.
विधायक रागिनी सोनकर के सवालों पर सीएम योगी ने कहा कि आप सदन में इस प्रश्न को लेकर नही आई हैं. आपको तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए. प्रदेश को 1 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा है और भारत 3 नहीं 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर हुआ है. भारत आज दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. 2027 में भारत 5 ट्रिलियन इकोनॉमी वाला देश बनेगा इसमें कोई संशय नहीं है. हो सकता है कि कुछ लोगों को यह अच्छा नहीं लग रहा होगा, क्योंकि जिनका अपना पर्सनल एजेंडा होता है, वो देश के विकास को नहीं मानेंगे.
बकौल सीएम योगी- भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में एक विस्तृत कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश ने भी 2022 से 10 सेक्टर में बांटकर अलग-अलग कार्यक्रम चलाए हैं. मासिक रूप से सीएम डैशबोर्ड में इसकी समीक्षा होती है. साथ ही हर 3 महीने में मैं भी समीक्षा करता हूं. इसी का परिणाम है कि जब हमारी सरकार 2017 में आई थी तब 12 लाख करोड़ की इकोनॉमी थी. इस वित्तीय वर्ष के अंत में ये साढ़े 27 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगी. यह तब हो रहा है जब दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना के बाद आर्थिक मंदी के दौर से गुजरी थी. उत्तर प्रदेश का ग्रोथ रेट देश में सबसे अच्छा है.
आपको बता दें कि डॉ. रागिनी सोनकर मछलीशहर से सपा की विधायक हैं. रागिनी सोनकर, सपा नेता कैलाश सोनकर की बेटी हैं. रागिनी ने राजनीति की ओर रुख करने से पहले नौकरी से इस्तीफा दे दिया था, वो एम्स में प्रैक्टिस करती थीं. चुनाव जीतने के बाद से ही रागिनी विधानसभा में अपने क्षेत्र के मुद्दे मजबूती से उठाती रहती हैं. उनके भाषण/बयान अक्सर सुर्खियां बटोरते हैं.