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IIT- BHU गैंगरेप: आरोपियों के बारे में एक और खुलासा, पहले भी कर चुके हैं कैंपस में छेड़छाड़

तीनों आरोपियों कुणाल पांडेय, सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान को लेकर नई जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि उन्होंने गैंगरेप के अलावा बीएचयू (BHU) में एक अन्य छात्रा से भी छेड़छाड़ की थी. मगर बदनामी के डर से उस वक्त पीड़िता ने पुलिस में शिकायत नहीं की थी. 

BHU गैंगरेप के तीनों आरोपी BHU गैंगरेप के तीनों आरोपी
आशीष श्रीवास्तव
  • वाराणसी ,
  • 03 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:15 AM IST

IIT- BHU कैंपस में दो महीने पहले हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों कुणाल पांडेय, सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल, तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इस बीच आरोपियों को लेकर नई जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि उन्होंने गैंगरेप के अलावा बीएचयू (BHU) में एक अन्य छात्रा से भी छेड़छाड़ की थी. मगर बदनामी के डर से उस वक्त पीड़िता ने पुलिस में शिकायत नहीं की थी. 

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पीड़िता द्वारा बीएचयू प्रॉक्टर ऑफिस को दी गई रिपोर्ट के अनुसार, IIT- BHU छात्रा से गैंगरेप के तीनों आरोपी, कैंपस में एक अन्य लड़की से छेड़छाड़ के मामले में भी शामिल थे. लेकिन उस मामले में पीड़िता ने अपनी बदनामी के कारण थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी. इसके अलावा आरोपी अक्सर BHU कैंपस का चक्कर लगाते रहते थे.  

ऐसे में अब वाराणसी पुलिस आरोपियों के मोबाइल की भी जांच कर रही है. उनके मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. कॉल डिटेल, लोकेशन, चैट,  CCTV फुटेज आदि की डिटेल भी निकलवाई जा रही है. साथ ही पुलिस कैंपस में पीड़िता से भी संपर्क साधने की कोशिश कर रही है. ताकि उसके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा सके. 

क्या है पूरा मामला?

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1-2 नवंबर की दरमियानी रात को BHU की एक छात्रा अपने एक साथी के साथ कैंपस में ही टहल रही थी. तभी एकांत जगह पर बाहरी युवकों ने दोनों को घेर लिया. उन्होंने छात्र और छात्रा को अलग किया, फिर छात्रा का यौन उत्पीड़न किया. युवकों ने छात्रा के जबरन कपड़े उतरवाए, उसका मोबाइल छीन लिया, साथ ही अपने फोन में उसकी तस्वीरें भी खींची. ये सब करीब 10 से 15 मिनट तक चला. 

इस घटना के बाद बवाल मच गया. BHU के छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. सड़क से लेकर कैंपस तक में विरोध-प्रदर्शन किया गया. आरोपियों की गिरफ्तारी तक (करीब 60 दिन) प्रोटेस्ट चलता रहा. इधर, पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर उसमें पीड़िता के बयान के बाद गैंगरेप जैसी धाराएं जोड़ दी थीं. 

वारदात के बाद एमपी चले गए थे आरोपी 

BHU में गैंगरेप के बाद तीनों आरोपी घर जाकर सो गए थे. फिर 3 दिन तक यह वाराणसी में ही रहे. इसके बाद तीनों मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कैंपेनिंग के लिए चले गए थे. मीडिया में खबर चलने के बाद डर गए तो अलग-अलग जगह ठिकाने बदलने लगे. दो महीने बीत जाने के बाद लगा कि अब नहीं पकड़े जाएंगे तो वापस बनारस लौट आए. यहां आते ही पुलिस ने उनपर शिकंजा कस दिया. 

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