
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में बिजली विभाग ने दो मृतकों के नाम लाखों रुपये का बकाया बिल का नोटिस भेज दिया है. मृतकों के परिजन नोटिस लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रहें हैं. मगर, कोई सुनवाई नहीं हो रही है. मृतकों के परिजनों का कहना है कि वे गरीब और दिव्यांग हैं. उनके पास इनकम का कोई साधन नहीं है. इसके चलते बिजली बिल देने में सक्षम नहीं हैं.
मामला ग्राम नगरिया का है. यहां की रहने वाली पीड़ित प्रीति का कहना है कि वे पैरों से दिव्यांग हैं. किसी तरह घिसट-घिसट कर स्टूल के सहारे चल पाती हैं. उसका पति भी दिव्यांग है. बिजली विभाग के लोंगो ने उनकी सास लौंगश्री के नाम से फ्री बिजली कनेक्शन कर दिया था. मेरी सास की करीब साल भर पहले मौत हो गई है.
86 हजार 527 रुपये का भेजा नोटिस
उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद बिजली विभाग ने 86 हजार 527 रुपये का नोटिस भेज दिया है. हम बहुत ही गरीब लोग हैं. मांग कर गुजार-बसर कर रहे हैं. हम अधिकारियों के पास भी गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
दूसरे परिवार को मिला एक लाख तेरह हजार का नोटिस
ऐसा ही दूसरा मामला नगरिया गांव के ही रामचंद्र का है. उनकी भी बीमारी के चलते मौत हो गई है. रामचंद्र की पत्नी ने बताया कि मेरे चार छोटे-छोटे बच्चे हैं. मजदूरी करके गुजारा कर रहे हैं. कभी बिल नहीं आया था. इस बार बिजली विभाग ने सीधा एक लाख तेरह हजार का नोटिस भेज दिया है.
हम लोग यह बिल कैसे दे पाएंगे. यह कनेक्शन मेरे पति के नाम था. रामचंद्र की पत्नी ने आगे बताया कि उनके घर में आटा तक नहीं है. अधिकारियों के पास कई बार गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. वो कहते हैं कि बिल तो आपको ही भरना पड़ेगा.
परिजन अपने नाम ट्रांसफर कराएं कनेक्शन, फिर होगा संशोधन
मामले में बिजली विभाग के एक्सईएन थर्ड अधिकारी सुनील मिश्रा ने बताया, "हम इस बिल को चोरी के मामले में भी नहीं ले सकते हैं, क्योंकि वो एक वैध कनेक्शन को यूज कर रहे हैं. वो कनेक्शन कभी उनके परिवार के सदस्य के नाम था, जो आज इस दुनिया मे नहीं हैं."
उन्होंने कहा, "ऐसे में विभाग का नियम है कि जिन लोगों की मौत हो चुकी है, उनके परिवार वाले बिजली कनेक्शन को अपने नाम से करा लें. इसके बाद जो भी नियमानुसार संशोधन होगा, उसको संशोधित कर बकाया बिल को जमा कराया जाएगा."