
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में I.N.D.I.A. गठबंधन के दो दलों कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच की तल्खी थमने का नाम नहीं ले रही है. शीट शेयरिंग के मामले को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. उनकी तल्खी भी खुलकर देखने को मिल रही है.
उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि अगर हमें पता होता कि गठबंधन प्रदेश स्तर पर नहीं होना है तो उस पर विचार करता. इतना नहीं अखिलेश ने तो ये भी आरोप लगा दिया है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता बीजेपी से मिले हुए हैं. ये बताता है कि I.N.D.I.A. में सबकुछ ठीक तो नहीं है.
'रात एक बजे तक सपा नेताओं को उन्होंने जगाया'
अखिलेश ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस नेता ने बैठक बुलाई थी. उसमें समाजवादी पार्टी की पूरी रिपोर्ट दिखाई गई. रात एक बजे तक सपा के नेताओं को उन्होंने जगाया. इस दौरान आश्वासन दिया कि छह सीटों पर विचार करेंगे.
'कंफ्यूजन क्या रहा, ये नहीं समझ पा रहा'
मगर, बाद में जो हुआ वो ठीक नहीं था. कंफ्यूजन क्या रहा, ये नहीं समझ पा रहा. अगर गठबंधन केवल दिल्ली के स्तर पर है तो ठीक है, जब दिल्ली की बात होगी तब की जाएगी. प्रदेश स्तर पर कोई गठबंधन नहीं है तो ये हमने स्वीकार कर लिया. इसलिए अपनी पार्टी के टिकट घोषित कर दिए.
'गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर होगा या प्रदेश स्तर पर'
अखिलेश ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के फैसले से नाराज होकर दो टूक कह दिया कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को INDIA गठबंधन के बारे में तय करना है कि यह गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर होगा या प्रदेश स्तर पर. अगर अभी प्रदेश स्तर गठबंधन नहीं किया गया तो भविष्य में भी प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं होगा.
'MP का वोटर हाथ का पंजा जानता है, साइकल नहीं'
इन सबके बीच यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दे डाली. राय ने कहा कि MP का वोटर हाथ का पंजा जानता है, साइकल नहीं. अगर आप (सपा) INDIA गठबंधन का मजबूत हिस्सा हैं तो आपको यह देखना पड़ेगा कि किस राज्य की स्थिति कैसी है.
'तो इसका फायदा आपको लोकसभा चुनाव में मिलेगा'
राय ने आगे कहा कि एमपी में कांग्रेस और बीजेपी की ही लड़ाई होती है. सपा को तो समर्थन करना चाहिए. इनके एक ही विधायक थे वहां. उन्होंने भी बीजेपी जॉइन कर ली. एमपी में मजबूती से सपोर्ट करेंगे तो इसका फायदा आपको (सपा) लोकसभा चुनाव में मिलेगा.