
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो रहा है. इसी क्रम में जिला जेल फतेहगढ़ में एक नई पहल शूरू हुई है. जेल में कैदियों से मुलाकात करने वाले लोगों के हाथों पर अब जय श्री राम की मोहर लगेगी. यह पहल ज़िला जेल अधीछक के प्रयास से शुरू हुई है. जेल अधीक्षक का कहना है कि जय श्री राम की मोहर लगाने से मुलाकातियों को भगवान राम का एहसास हो रहा है.
बता दें कि पहले जेल में कैदियों से मुलाकात करने वाले लोगों के हाथ पर जिला कारागार की मोहर लगती थी. इससे कि यह पहचान होती थी कि यह शख्स जेल में मुलाकात करने आया था. इस मोहर को देखकर ही लोगों को जेल में प्रवेश दिया जाता था और मोहर को देख कर ही जेल से बाहर किया जाता था. मगर, अब अब जिला जेल अधीक्षक के प्रयास से कैदियों से मुलाकात करने वाले लोगों के हाथ पर जय श्री राम की मोहर लगनी प्रारंभ हो गई है.
जिला जेल भी पूरी तरह से हो गई राममय
जेल में आने वाले मुलाकाती भी इस मोहर को देखकर काफी प्रसन्न नजर आ रहे हैं. अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह समारोह के उपलक्ष में देश के साथ-साथ जिला जेल भी पूरी तरह से राममय हो गई है. जेल में बंदी लगातार सुंदरकांड का पाठ कर रहे हैं और और जेल में आने वाले मुलाकातियों को जेल में ही छपे रामनामी दुपट्टे और भगवा ध्वज वितरित कर रहे हैं. यह भगवा ध्वज 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन कैदियों के परिजन अपने-अपने घरों पर फहराएंगे.
मामले में जेल अधीक्षक ने कही ये बात
ज़िला जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंन्द ने बताया कि इस समय जेल में सुंदर कांड का पाठ हो रहा है. पाठ बन्दी ही कर रहे हैं और भगवान राम का एहसास करा रहे हैं. जो जेल में मुलाकातियों को मोहर लगाई जा रही वह जय श्री राम नाम की मोहर है. उस पर मंदिर का प्रतीक भी बना हुआ है. यह मोहर लाल रंग में लगाई जा रही है. इससे मुलाकातियों को भगवान राम का एहसास हो रहा है.