
लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी की कुंडा सीट से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने किसी भी पार्टी को समर्थन देने से इनकार कर दिया है. हालांकि, पहले ये माना जा रहा था कि राजा भैया बीजेपी को खुला समर्थन दे सकते हैं. लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिन्होंने सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है. इन वीडियोज में कौशांबी से सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज के सामने दर्जनों लोग 'राजा भैया-अखिलेश यादव जिंदाबाद' के नारे लगाते नजर आ रहे हैं. ये लोग जनसत्ता दल के वर्कर्स बताए जा रहे हैं.
इतना ही नहीं पुष्पेंद्र सरोज के मंच के आसपास राजा भैया की पार्टी के झंडे-बैनर भी दिखाई दे रहे हैं. सपा प्रत्याशी के काफिले में राजा भैया व अखिलेश यादव के समर्थन में नारेबाजी भी हुई. इन सबको को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या जनसत्ता दल लोकतांत्रिक अब अघोषित तौर पर सपा के साथ है? अगर ऐसा है तो बीजेपी के लिए ये किसी झटके से कम नहीं है.
क्योंकि, बीते दिनों ही बीजेपी के दो बड़े नेता (संजीव बालियान और विनोद सोनकर) राजा भैया के आवास पर उनसे मुलाकात करके आए हैं. तब अटकलें लगाई गईं कि राजा भैया बीजेपी के साथ जाने वाले हैं.
आपको बता दें कि कौशांबी लोकसभा की दो सीटे कुंडा और बाबागंज राजा भैया के सियासी दखल वाले क्षेत्र में पड़ती हैं. विनोद सोनकर कौशांबी से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे कौशांबी से समाजवादी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज जब अपने काफिले के साथ कुंडा पहुंचे तो जनसत्ता दल के कार्यकर्ताओं ने राजा भैया और अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाए. इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने पुष्पेंद्र सरोज को जनसत्ता दल के झंडे-बैनर लगे टेंट में ले जाकर बैठाया और उनका भाषण भी करवाया.
गौरतलब है कि कुंडा से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने 14 मई को शाम को अपने समर्थकों के सामने खुले मंच से ऐलान किया वो लोकसभा चुनाव में किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे. बेंगलुरु में गृहमंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात भी हुई थी. इसके बाद 12 मई को कुंडा के हीरागंज में अमित शाह की जनसभा लगी थी.
उस समय ये कयास लगाए जा रहे थे की अमित शाह के साथ राजा भैया भी मंच साझा करेंगे, लेकिन लोगो की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए राजा भैया ने एक ट्वीट करके 14 मई को एक आकस्मिक बैठक बुला ली और किसी को समर्थन ना देने का फैसला सुना दिया. साथ ही उन्होंने समर्थकों से कहा कि आपको जिसको वोट करना है कीजिए, लेकिन नोटा मत दबाइएगा.
सूत्रों की माने तो बीजेपी से डील फाइनल ना होने की दशा में राजा भैया अंदर ही अंदर सपा से भी बात कर रहे थे. हाल ही में उन्होंने सपा के कौशांबी से प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज के पिता इंद्रजीत सरोज के खिलाफ दायर केस वापस लेने का फैसला लेकर सबको चौंका दिया. अभी आपत्तिजनक बयान देने का ये मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है.