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Jaunpur: कब्रिस्तान के बीचो-बीच मिला शिवलिंग? हिंदू पक्ष का दावा- 150 साल है पुराना; पुलिस-प्रशासन ने संभाला मोर्चा

हिंदू पक्ष का कहना है कि कब्रिस्तान में मिला शिवलिंग लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुराना है. वहीं, मुस्लिम पक्ष इसे 15-20 वर्ष पुराना बताते हुए कभी कभार पूजा पाठ की बात कह रहा है. फिलहाल, शांति-व्यवस्था के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. 

जौनपुर में कब्रिस्तान के बीचो-बीच शिवलिंग मिलने का मामला जौनपुर में कब्रिस्तान के बीचो-बीच शिवलिंग मिलने का मामला
राजकुमार सिंह
  • जौनपुर ,
  • 23 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 12:21 PM IST

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में कब्रिस्तान के बीचो-बीच शिवलिंग मिलने का मामला सामने आया है. इसको लेकर एक पक्ष के लोग शिवलिंग को सुरक्षित करने के लिए चारदीवारी की निर्माण कराने की मांग को लेकर शहर कोतवाली पहुंच गए. जिसके बाद प्रशासन और पुलिस के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की. 

एक पक्ष का कहना है कि कब्रिस्तान में मिला शिवलिंग लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुराना है. वहीं, दूसरा पक्ष इसे 15-20 वर्ष पुराना बताते हुए कभी कभार पूजा पाठ की बात कह रहा है. फिलहाल, शांति-व्यवस्था के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. 

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आपको बता दें कि जौनपुर शहर कोतवाली अंतर्गत मुल्ला टोला मोहल्ले में स्थित कब्रिस्तान में शिवलिंग की सुरक्षा के लिए चारदीवारी बनाने की मांग को लेकर शुक्रवार की शाम एक पक्ष के कुछ लोग जौनपुर कोतवाली पहुंच गए. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारी सक्रिय हो गए. सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नंदन सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष श्रीवास्तव और शहर कोतवाल मिथिलेश मिश्रा भारी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए.  

स्थानीय लोगों में एक पक्ष के लोगों ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह शिवलिंग लगभग 150 वर्ष पुराना है. पहले विशालकाय पीपल का पेड़ था, उसी के नीचे यह शिवलिंग स्थापित है. पेड़ गिरने के बाद शिवलिंग खुले आसमान के नीचे हो गया, जिसके चलते अब यह असुरक्षित हो गया है. 

1972 में दोनों पक्षों में समझौता हुआ था कि हिंदू संगठन के लोग पूजा अर्चन जारी रखेंगे. वहीं, दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि कब्रिस्तान के बीचो-बीच शिवलिंग 20- 25 वर्ष पुराना है. उनका यह भी कहना है कि पहले पीपल के पेड़ के नीचे था. पीपल का पेड़ गिरने के बाद यह खुले में हो गया है. 99 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले इस मोहल्ले में स्थित कब्रिस्तान के बगल में होलिका भी जलाई जाती है और शिवलिंग पर कभी कभार लोग पूजा करने भी आते हैं. यहां पर कोई आपसी तनाव नहीं है. 

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पूर्व सभासद फैसल यासीन कहते हैं कि यहां पर शिवलिंग मिलने की अफवाह गलत है. 2006 से लोग पूजा करते आ रहे हैं. यहां बगल में कब्रिस्तान से सटे होलिका दहन भी होता है. कोई आपसी तनाव नहीं है. 

वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रनंदन सिंह ने कहा कि जौनपुर शहर के मुल्ला टोला मोहल्ले में कब्रिस्तान के बीच शिवलिंग का मामला सामने आया है. मौके पर जाकर संयुक्त रूप से देखा था. उसमें दो पक्ष हैं. एक पक्ष का कहना है कि यहां पर शिवलिंग और मंदिर था. जो कमरे बने थे वह भी टूट गया है. वर्तमान में शिवलिंग खुले में है. वहां पर वह कुछ निर्माण करना चाहते हैं. वर्ष में दो-तीन बार पूजा पाठ की बात संज्ञान में आई है. नियमित कोई पूजा पाठ की बात नहीं आई है. फिलहाल, मौके पर शांति व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. 

उधर, सोशल मीडिया में शिवलिंग को क्षतिग्रस्त किए जाने की खबर को पुलिस ने भ्रामक बताया है. अपर पुलिस अधीक्षक नगर अरविंद वर्मा ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है. कुछ लोग गलत खबरें चला रहे हैं. मौके पर कोई तनाव नहीं है. एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. 

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