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उन्नाव में फंदे से लटका मिला पत्रकार का शव, परिजनों ने काटा बवाल, पुलिस से नोकझोंक

उन्नाव जिले में एक यूट्यूब चैनल के पत्रकार का शव कमरे के अंदर फांसी पर लटका मिला. जैसे ही परिजनों को इसकी खबर हुई घर में कोहराम मच गया. मृतक के परिजनों ने स्थानीय सभासद समेत अन्य पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा.

उन्नाव में पत्रकार की मौत पर बवाल उन्नाव में पत्रकार की मौत पर बवाल
सूरज सिंह
  • उन्नाव ,
  • 06 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:28 AM IST

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक यूट्यूब चैनल के पत्रकार का शव कमरे के अंदर फांसी पर लटका मिला. जैसे ही परिजनों को इसकी खबर हुई घर में कोहराम मच गया. मृतक के परिजनों ने स्थानीय सभासद समेत अन्य पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा. वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस की परिजनों से नोकझोंक हो गई. 

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फिलहाल, फोरेंसिक टीम के साथ जांच कर रही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. प्रथम दृष्टया पुलिस इसे सुसाइड मानकर चल रही है. हालांकि, हर पहलू से जांच की जा रही है. आइए जानते हैं पूरा मामला...

बता दें कि ये मामला गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के श्रीनगर का है, जहां एक यूट्यूब चैनल के पत्रकार शुभम शुक्ला का शव कमरे में फांसी पर लटका मिला है. शव मिलने की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने हंगामा करते हुए हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया है. उधर, सूचना पर पहुंची पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मामले की जांच में जुट गई है. इसी दौरान परिजन और कोतवाल की थोड़ी बहुत नोकझोंक भी हो गई. 

परिजनों ने क्षेत्र के सभासद और उसके साथियों पर आरोप लगाया है कि वे लोग मुकदमा वापस लेने के लिए मृतक और उसके भाइयों को आए दिन धमका रहे थे. दरअसल, मृतक पत्रकार के घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर उसके भाइयों के द्वारा ई रिक्शा चार्जिंग पॉइंट बनाया गया था. इसी चार्जिंग पॉइंट के कमरे से शुभम का शव रस्सी से लटका मिला है. आरोप है कि यहां उसे मार कर लटकाया गया है. 

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मौके पर जमा भीड़

मृतक के बड़े भाई नीरज शुक्ला ने बताया कि कुछ महीने पहले शुभम एक बर्थडे पार्टी में गया था. वहां पर झगड़ा हो गया था. हमलावरों ने शुभम की इस कदर पिटाई की थी कि वह कई हफ्तों तक जिला अस्पताल में भर्ती रहा था. मामले में मुकदमा दर्ज करवाया गया था. थाने से लेकर एसपी तक शिकायत की गई थी, पर कोई ठोस एक्शन नहीं हुआ. सिर्फ जांच का आश्वासन ही दिया जाता रहा. गिरफ्तारी तक नहीं की गई. उल्टे आरोपी सभासद की तरफ से धमकियां मिल रही थीं. 

मृतक पत्रकार के दूसरे भाई सूरज शुक्ला ने बताया कि घटना वाले दिन शुभम को कई कॉल किए पर उसका फोन नहीं उठा. जब कमरे में आकर देखा तो उसका शव लटका हुआ था. लगातार फोन पर धमकियां मिल रही थीं कि मुकदमा वापस ले लो. इसकी शिकायत कई अधिकारियों के यहां की गई पर कोई सुनवाई नहीं हुई. आखिर में ये हो गया.  

घटनास्थल पहुंची उन्नाव पुलिस

फिलहाल, सूचना पर पहुंची पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ जांच पड़ताल में जुट गई है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस प्रथम दृष्टया इसको सुसाइड मानकर चल रही है. फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार है. 

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