Advertisement

जेल में सपा MLA इरफान सोलंकी से कराए गए 1300 सिग्नेचर, जानिए क्या है कारण

कानपुर पुलिस की जांच में बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान को कानपुर का स्थानीय निवासी होने का प्रमाण पत्र देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में भी पुलिस ने सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस ने प्रमाण पत्र की जांच के लिए सपा विधायक से मंगलवार को जेल में 1300 सौ सिग्नेचर कराए.

समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक इरफान सोलंकी (File Photo) समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक इरफान सोलंकी (File Photo)
रंजय सिंह
  • कानपुर,
  • 21 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:27 AM IST

कानपुर में अपनी पड़ोसी महिला के प्लॉट में आगजनी के आरोप में जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक इरफान सोलंकी को कानपुर जेल से महाराजगंज जेल में शिफ्ट किया जाएगा. इस बीच विधायक इरफान सोलंकी एक और मामले में फंसते जा रहे हैं. उन पर बांग्लादेशी नागरिक को कानपुर का स्थानीय निवासी होने का प्रमाण पत्र देने का आरोप है.

Advertisement

कानपुर पुलिस की जांच में बांग्लादेशी निवासी डॉ. रिजवान को कानपुर का स्थानीय निवासी होने का प्रमाण पत्र देने का मामला और तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में भी पुलिस ने इरफान सोलंकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने इरफान सोलंकी के उस प्रमाण पत्र की जांच के लिए सपा विधायक से मंगलवार को जेल में 1300 सौ सिग्नेचर कराए.

पुलिस ने सपा विधायक इरफान सोलंकी के हस्ताक्षर का नमूना लिया. पुलिस इस नमूने से ही डॉक्टर रिजवान को मिले प्रमाण पत्र के हस्ताक्षर का मिलान कराएगी, क्योंकि विधायक इरफान सोलंकी की तरफ से आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने फर्जी प्रमाण पत्र तैयार किया है, मैंने कोई प्रमाण पत्र बांग्लादेशी नागरिक को जारी नहीं किया था.

सपा विधायक इरफान सोलंकी के साथ सपा पार्षद मुन्नू रहमानी नदी ने भी बांग्लादेशी नागरिक रिजवान को स्थानीय प्रमाण पत्र जारी किया था. मुन्नू रहमानी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज है, लेकिन उसकी अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस की तरफ से एक टीम ने मंगलवार को जेल के अंदर जाकर विधायक का 250-250 के सेट में हस्ताक्षर कराएं.

Advertisement

कानपुर के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि यह जांच प्रक्रिया है, इसमें हस्ताक्षर का सही मिलान करके सही-गलत की जानकारी करने के लिए हस्ताक्षर कराए गए हैं ताकि एक्सपर्ट की जांच में सही-गलत के साथ जानकारी मिल सके, इसमें किसी तरह की हस्ताक्षर मिलान में अब शिकायत की बात नहीं रहेगी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement