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26 किलो सोना, साढ़े चार करोड़ कैश... कानपुर में कारोबारी के घर मिला 'खजाना'

यूपी के कानपुर में मयूर ग्रुप (Mayur Group) पर चौथे दिन भी आयकर विभाग की (Income Tax Department) की कार्रवाई चलती रही. डेढ़ सौ अफसरों ने 35 ठिकानों पर छापा मारा. इस दौरान 8 करोड़ का सोना और साढ़े चार करोड़ रुपये कैश मिले हैं.

कानपुर में कारोबारी के यहां छापा. (Representational image) कानपुर में कारोबारी के यहां छापा. (Representational image)
सिमर चावला
  • कानपुर,
  • 08 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 4:34 PM IST

उत्तर प्रदेश के कानपुर में मयूर ग्रुप पर चौथे दिन भी आयकर विभाग की छापेमारी जारी है. अब तक करीब 8 करोड़ रुपये का 26 किलो सोना और 4.5 करोड़ रुपये कैश बरामद हो चुका है. इसी के साथ 41 करोड़ की SAFTA शुल्क चोरी की बात भी सामने आई है. इस पूरी कार्रवाई में कई अनियमताएं और टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है.

जानकारी के अनुसार, 150 अधिकारियों ने 35 से ज्यादा जगहों पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमे कुल 26.307 किलोग्राम वजन के जेवरात मिले हैं. इनमें से 15.217 किलोग्राम जब्त कर लिया गया है. इनकी कीमत लगभग 8 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा 4.53 करोड़ रुपये कैश मिला है, जिसमें 3.7 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं.

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41 करोड़ रुपये की SAFTA (South Asian Free Trade Area) शुल्क चोरी का भी पता चला है. इसके बारे में ग्रुप के मालिक से विभाग के अधिकारियों ने घंटों तक पूछताछ की. इसके अलावा, M/S KPEL द्वारा 18 करोड़ रुपये की फर्जी खरीद की बात सामने आई. अधिक खर्च दिखाने के लिए जो भी बोगस परचेजिंग की गई, आयकर विभाग के अधिकारियों ने डॉक्यूमेंट के साथ ग्रुप के मालिक से इस संबंध में पूछताछ की.

बंद कमरों की चाबी ढूंढने में निकल गए अधिकारियों के पसीने

रेड में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि कैश और सोना अलग-अलग कमरों में रखा हुआ था. उन सभी कमरों की चाबी ऐसी-ऐसी जगह रखी थीं कि अधिकारियों को ढूंढ़ने में काफी मुश्किल हुई. जिस कमरे में सबसे ज्यादा कैश मिला, उस कमरे की चाबी गमले में छिपी मिली.

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डाटा मेंटेन करने के लिए हाईटेक सॉफ्टवेयर का किया इस्तेमाल

इनकम टैक्स सूत्रों के अनुसार, डाटा मेंटेन करने के लिए मयूर ग्रुप ने हाईटेक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है, जिसको आयकर विभाग की फोरेंसिक टीम द्वारा फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है. जब्त किए गए लैपटॉप और अन्य उपकरणों की जांच की जा रही है. इसके बाद अन्य टैक्स चोरी और अनियमिताओं का ब्योरा सामने आएगा.

रियल एस्टेट में इन्वेस्ट किए गए हजारों करोड़ रुपये

इनकम टैक्स सूत्रों के मुताबिक, हजारों करोड़ रुपये रियल एस्टेट में इन्वेस्ट किए गए. टैक्स चोरी के लिए बोगस परचेस की गई. जिन कंपनियों से करोड़ों की खरीद दिखाई है, वह असलियत में है ही नहीं. सूत्रों का कहना है कि रेड एक दो दिन और चल सकती है.

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