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कानपुर कुशाग्र मर्डर केसः हत्या के बाद ट्यूशन टीचर ने छात्र के मामा को किया फोन, पूछी ये बात

Kanpur Kushagra Murder Case: यूपी के कानपुर में 10वीं के छात्र कुशाग्र की हत्या के बाद ट्यूशन टीचर रचिता ने उसके मामा को फोन किया था. रचिता ने कुशाग्र के मामा को कॉल कर चिंता जताई थी और कुशाग्र के बारे में पल-पल की खबर लेती रही थी. पुलिस का कहना है कि रचिता ने ऐसा इसलिए किया था, ताकि पुलिस को उस पर शक न हो.

छात्र की हत्या की आरोपी ट्यूशन टीचर रचिता. छात्र की हत्या की आरोपी ट्यूशन टीचर रचिता.
रंजय सिंह
  • कानपुर,
  • 01 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:13 PM IST

UP News: कानपुर में 10वीं के छात्र कुशाग्र कनोडिया की हत्या करने के बाद उसकी ट्यूशन टीचर रचिता ने कुशाग्र को मामा को कॉल किया था. पुलिस का कहना है कि रचिता ने छात्र के मामा को फोन कर कुशाग्र के लापता होने की चिंता जताई थी और पल-पल की जानकारी ले रही थी. वो ऐसा इसलिए कर रही थी, ताकि पुलिस को उस पर शक न हो, जबकि छात्र की लाश उसने कमरे में छिपा दी थी.

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बता दें कि ट्यूशन टीचर रचिता हिमाचल प्रदेश की रहने वाली है. उसके माता-पिता नहीं हैं. वह कानपुर में अकेली रहकर ट्यूशन पढ़ाती है. रचिता कानपुर में फजलगंज में किराए पर रूम लेकर रह रही थी. वह कुशाग्र को कई साल से कोचिंग पढ़ा रही थी. वह पहले कुशाग्र को कोचिंग पढ़ाने उसके घर जाती थी. कुशाग्र के परिजनों ने उसे हटा दिया था.

इसके बाद एक साल से वह कुशाग्र के भाई को कोचिंग पढ़ाने लगी थी. कुशाग्र और रचिता एक दूसरे से मिलते थे, जबकि रचिता का प्रभात नाम के लड़के से भी अफेयर चल रहा था. वहीं कुशाग्र भी रचिता से मिलने उसके घर पर जाता था. रचिता कुशाग्र को ऐसे समय ही बुलाती थी, जब प्रभात के आने का समय नहीं होता था. प्रभात का घर भी रचिता के पास फजलगंज के ओम नगर में ही है.

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रचिता के बॉयफ्रेंड प्रभात शुक्ला को जब पता चला कि रचिता कुशाग्र से भी मिलती है तो वह इस बात से चिढ़ गया. उसने अपने दोस्त शिवा के साथ मिलकर कुशाग्र को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया. प्रभात के इस खतरनाक प्लान में रचिता भी साथ देने को तैयार हो गई.

जिस जिन घटना हुई, उस दिन कुशाग्र शाम को 4 बजे घर से कोचिंग के लिए निकला था. रास्ते में उसे रचिता का बॉयफ्रेंड प्रभात मिल गया. प्रभात ने कुशाग्र को रोक लिया और कहा कि मुझे अपने रामबाग तक छोड़ दो. प्रभात को कुशाग्र पहले से जानता था. प्रभात को यह पता था कि रोज 4 बजे कुशाग्र इसी रास्ते से कोचिंग जाता है.

हत्या के बाद की पुलिस को गुमराह करने की कोशिश

पुलिस के मुताबिक, कुशाग्र जब प्रभात को छोड़ने गया तो रामबाग में घर के पास प्रभात उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाने के बहाने घर में ले गया. इसके बाद प्रभात ने रचिता और शिवा के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद शव घर में ही छिपा दिया. इसके बाद पुलिस को भटकाने के लिए फिरौती के लिए प्रभात ने लेटर लिखा और कुशाग्र के घर भेजा, जिसमें धार्मिक नारा भी लिख दिया गया था.

जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि रचिता इतनी शातिर है कि हत्या के बाद उसने कुशाग्र के मामा को फोन किया था और कुशाग्र के लिए चिंता जाहिर करते हुए उनसे पल पल की जानकारी ले रही थी.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.

रचिता को पता था कि कुशाग्र काफी पैसे वाला है

इसके बाद रचिता ने प्रभात के साथ मिलकर प्लान बनाया कि कुशाग्र के घरवालों से तीस लाख फिरौती मांगी जाए. उसके घरवाले पैसे वाले हैं. रचिता यह बात जानती थी, क्योंकि वह कुशाग्र को उसके घर जाकर कोचिंग पढ़ा चुकी थी. रचिता को पता था कि कुशाग्र को उसके परिजन कितना प्यार करते हैं. इसलिए उसके अपहरण की बात सुनते ही तुरंत पैसा दे देंगे. रचिता का प्लान था कि फिरौती की रकम मिलते ही वह प्रभात के साथ हिमाचल प्रदेश चली जाएगी. 

हत्या के बाद लाश को घसीटा गया था

कुशाग्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि आरोपी कुशाग्र की केवल सीधे-सीधे हत्या ही करना चाहते थे. शव का पोस्टमार्टम कानपुर में कल्याणपुर सीएससी अस्पताल के डॉ. आलोक ओमर ने किया है. पुलिस ने पंचनामे में छात्र के चेहरे पर खरोंच के निशान पाए थे, जिसके बारे में  डॉक्टर का मानना है कि हत्या के बाद उसकी बॉडी घसीटी गई, उसी से खरोंच लगी है. छात्र के बाबा संजय कनोडिया इस बात पर अफसोस कर रहे हैं कि छात्र की हत्या में पकड़ी गई उसकी कोचिंग टीचर  रचिता वत्स को कभी पहचान नहीं पाए. उसकी हकीकत नहीं जान सके.

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