
11 दिन बीत जाने के बाद भी डॉक्टर दंपति की नाबालिग बेटी से गैंगरेप करने का आरोपी अजय ठाकुर पुलिस की गिरफ्त से दूर है. पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई शुरू कर दी है. अजय ठाकुर अपने आपको भाजपा का पदाधिकारी बताता है और कई बीजेपी विधायकों-मंत्रियों के साथ उसकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
इस बीच खबर है कि आरोपी अजय ठाकुर, पुलिस के अधिकारियों को वॉट्स ऐप कॉल के जरिए अपनी सफाई देने में लगा है. उसका कहना है कि वह इस घटना में शामिल नहीं था और इस पूरे प्रकरण से उसका कोई लेना-देना नहीं है. वहीं दूसरी तरफ उसे अभी तक ट्रेस नहीं किया जा सका है और पुलिस उसको समझाने में लगी है कि वह आत्मसमर्पण कर दे.
फेसबुक भी चला रहा है अजय ठाकुर
साथ ही पुलिस उसके दोस्तों के जरिए उससे बात करने की कोशिश कर रही है और उनसे पूछताछ कर रही है. इससे पहले पहले अपने फेसबुक अकाउंट से अजय ठाकुर ने अपने घर का सीसीटीवी डाला और बताया कि वह घटना के दिन अपने घर पर था, जिसके बाद कानपुर पुलिस ने स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि यह मुकदमा सिर्फ रेप वाले दिन की घटना से जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि 3 साल से चल रहे शोषण, ब्लैक मेलिंग और अन्य गंभीर अपराधों में दर्ज है.
जानिए क्या है पूरा मामला
आरोपों के मुताबिक, 2020 में मुख्य आरोपी विनय ठाकुर जो कि जरौली का निवासी है, उसने डॉक्टर दंपति की 16 साल की नाबालिग लड़की के साथ इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर उसको अपने घर बुलाकर शारीरिक संबंध बनाए और उसका वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने लगा. 3 साल तक यही खेल चलता रहा और वीडियो के जरिए ब्लैकमेल कर उससे कैश और जेवर भी हड़पता रहा.
आरोपों के मुताबिक, हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर ने अपने डर और प्रभाव से पीड़िता का मुंह बंद रखने की कोशिश की. आरोपियों के खिलाफ पीड़िता ने एक हुक्का बार में बुलाकर यौन शोषण और मारपीट करने के मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है.
ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि पुलिस की टीम आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है, वॉट्सऐप कॉल से बातचीत करने के कारण लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है लेकिन जल्द ही उन्हें पकड़ने के काम किया जाएगा.