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'आपका बेटा आयकर अधिकारी है, बाइक से जाना ठीक नहीं लगेगा...' कानपुर के नटवरलाल को पिता ने दिलवाई थी कार

'आपका बेटा आयकर अधिकारी है, बाइक से जाना ठीक नहीं लगेगा...' यही बातें बोलकर कानपुर के नटवरलाल रितेश ने अपने पिता से कार मांगी थी. पिता ने जब कार दिलवा दी तो वह रोजाना ऑफिस वाले टाइम पर घर से आने-जाने लगा. रितेश एसएससी की तैयारी करता था, जब वह सफल नहीं हुआ तो घरवालों से झूठ बोलना शुरू कर दिया.

फर्जी आयकर अधिकारी बनकर कार से घूमने वाला रितेश शर्मा. फर्जी आयकर अधिकारी बनकर कार से घूमने वाला रितेश शर्मा.
सिमर चावला
  • कानपुर,
  • 06 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 3:20 PM IST

उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीते दिनों एक फर्जी आयकर अधिकारी पकड़ा गया. इस मामले की जब पुलिस ने गंभीरता से पड़ताल की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. दरअसल, रितेश शर्मा नाम का युवक कार से जा रहा था. उसने कार में आयकर अधिकारी लिखवा रखा था. यह कार युवक को उसके पिता ने दिलवाई थी. युवक ने अपने परिजनों से झूठ बोला था कि वह आयकर अफसर बन गया है. इसी के बाद खुशी में पिता ने कार दिलवा दी थी.

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जानकारी के अनुसार, यह पूरी कहानी तीन अप्रैल की शाम को सामने आई. चुनाव को लेकर आचार संहिता के चलते पुलिस शहर में वाहनों की चेकिंग कर रही थी. एसीपी कल्याणपुर पुलिस बल के साथ रावतपुर एरिया में वाहनों की तलाशी ले रहे थे. इसी दौरान एक कार वहां आती नजर आई. इस कार में एक प्लेट लगी थी, जिसमें 'आयकर अधिकारी' लिखा हुआ था.

यह भी पढ़ें: झारखंड: फर्जी अधिकारी बन लोगों को देते थे झांसा, 11 साइबर अपराधी पकड़े गए

पुलिस ने जब कार में सवार शख्स से आयकर विभाग में पदस्थी को लेकर पूछताछ की तो वह कोई जवाब नहीं दे पाया. इसके बाद पुलिस को शक हुआ तो युवक को लेकर थाने पहुंची. युवक से पुलिस अफसरों ने सख्ती से पूछताछ की और उसके पास मिले आई कार्ड की भी जांच कराई. जांच-पड़ताल में पूरा मामला फर्जी निकला.

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पुलिस ने बताया कि रितेश शर्मा नाम का यह युवक एसएससी की तैयारी कर रहा था. वह जब सफल नहीं हुआ तो उसने फर्जी अफसर बनने की योजना बनाई. उसने घरवालों से कहा कि वह आयकर अधिकारी बन गया है. इसके बाद घरवाले खुशी से फूले नहीं समाए. उन्होंने 200-250 लोगों को दावत दे डाली.

घरवालों से झूठ बोलकर मांगी कार, पिता ने यकीन कर दिलवा भी दी

रितेश पहले बाइक से यह कहकर घर से निकलता था कि वह ऑफिस जा रहा है. इसके बाद उसने पिता से कहा कि आपका बेटा अब आयकर अधिकारी बन गया है, ऐसे में अब ऑफिस से बाइक जाना अच्छा नहीं लगेगा. यह बात सुनकर रितेश के पिता ने बेटे को कार दिलवा दी थी. कार मिलने के बाद रितेश ने उसके आगे आयकर अधिकारी लिखवा लिया और रोजाना ऑफिस वाले टाइम पर आना-जाना शुरू कर दिया.

रितेश यह सब बीते आठ महीने से कर रहा था. पुलिस ने उसके पास से कार, फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी आईडी कार्ड जब्त कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि इस फर्जी आयकर अधिकारी ने कहीं किसी के साथ कोई ठगी तो नहीं की है. सवाल है कि आखिर रितेश ने पिता से झूठ बोलकर कार क्यों मांगी थी?

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