Advertisement

सांप को किया Kiss, मुंह में डाली अंगुली... गले में लटकाकर स्टंट करने में चली गई जान 

देवरिया का संतोष सांप पकड़ने का माहिर खिलाड़ी था. वह सांप पकड़ कर घर लाया और उसके साथ स्टंटबाजी करने लगा. संतोष कभी सांप के मुंह में अंगुली डाल रहा था तो कभी उसे चूम रहा था, बीच-बीच में सांप को गले और हाथ में लपेटकर अजीबो-गरीब हरकतें कर रहा था. इसी दौरान सांप ने उसे डंस लिया और उसकी मौत हो गई.

सांप के काटने से युवक की हुई मौत सांप के काटने से युवक की हुई मौत
राम प्रताप सिंह
  • देवरिया ,
  • 07 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:22 PM IST

उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक युवक को सांप के साथ स्टंट करना इतना महंगा पड़ गया कि उसकी जान ही चली गई. 40 साल का संतोष कुमार गौतम पड़ोस से एक सांप पकड़ लाया और कभी उसके मुंह में अंगुली डाल रहा है, कभी उसे चूम रहा है तो कभी सांप को गले और हाथ में लपेटकर अजीबो-गरीब हरकतें कर रहा है. कुछ लोगों ने संतोष को ऐसा करने से रोका भी. 

Advertisement

जानकारी के मुताबिक मृतक संतोष को जहरीले सांपों को पकड़ने का शौक था. इलाके में कहीं भी जहरीले सांप निकलने की जानकारी मिलते ही संतोष वहां  पहुंचकर सांप को पकड़ लेता फिर उसे आबादी से दूर ले जाकर छोड़ देता था. ऐसे ही एक मामले में जमुआ गांव में ग्रामीणों ने जहरीला सांप देखा तो संतोष को पकड़ने के लिए बुलाया. संतोष ने महज 10 मिनट में ही जहरीले सांप को पकड़ लिया. उसके बाद कपड़े में लपेटकर अपने घर के पास लेकर चला आया. 

फिर गांव के लोगों के सामने सांप को हाथ में लेकर स्टंटबाजी करने लगा. कई बार लोगों ने मना किया, लेकिन वह नहीं माना. संतोष ने सांप को कई बार अपनी जीभ से छुआ. कभी वह सांप को कंधे में डालकर खेलने लगा तो कभी जमीन पर छोड़ देता. इस दौरान सांप ने उसे डंस लिया और उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी तबियत बिगड़ने से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल देवरिया रेफर कर दिया.  लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई. 

Advertisement

ग्रमीणों का कहना है कि शराब के नशे में संतोष सांप के साथ स्टंट कर रहा था. उसे ऐसा खतरनाक खेल खेलने से रोका भी गया था. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची संतोष के शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. मृतक के पिता मन्नी प्रसाद ने बताया कि पड़ोस का रहने वाला एक युवक सांप पकड़ने के लिए उनके बेटे को अपने साथ लेकर गया था. अगर अस्पताल पहुंचने में देरी नहीं हुई होती तो उनका बेटा बच भी सकता था.  

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement