
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव के पहले जबरदस्त सियासत हो रही है. अपने बुलडोजर एक्शन की वजह से सुर्खियों में रहने वाली यूपी सरकार पर विपक्ष लगातार पक्षपात करने का आरोप लगाता रहा है.
विपक्ष का आरोप है कि राज्य सरकार ने बुलडोजर एक्शन में पक्षपात किया है और रेप केस, हत्या और पेपर लीक मामलों के कुछ मामलों में बुलडोजर एक्शन नहीं हुआ है. इन सबके बीच अब बुलडोज़र एक्शन के खिलाफ अब मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है.
कोर्ट पहुंचा मामला
जमीयत उलेमा ए हिंद ने बुलडोजर एक्शन में धर्म विशेष को निशाना बनाने के आरोपों के साथ अर्जी दाखिल की जिस पर आज सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए हैं. कोर्ट ने कहा कि सिर्फ आरोपी होने के आधार पर किसी के घर को गिराना उचित नहीं है.
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अदालत ने शासन और प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई व्यक्ति दोषी भी है, तो भी उसके घर को गिराया नहीं जा सकता. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई 17 सितंबर को करेगा. कोर्ट में पहुंचे इस मामले के बीच आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश में अपराधी और माफिया पर योगी सरकार का बुलडोजर कब नही चला-
इन मामलों में नहीं चला योगी सरकार का बुलडोजर
1- साल 2017 में योगी सरकार आते ही सबसे पहला राजनैतिक बवंडर उठा वो उन्नाव का रेप कांड था. जिसमें भाजपा के तत्कालीन विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगा. पीड़िता को फिर लिखने के लिए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह करना पड़ा कुलदीप सिंह सेंगर की गिरफ्तारी हुई. सीबीआई जांच हुई और कुलदीप सिंह सेंगर को उम्र कैद की सजा सुना दी गई. सालों चले इस घटनाक्रम में कुलदीप सिंह सेंगर या उनसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के घर पर बुलडोजर नहीं चला.
2- बीते साल नवंबर 2023 में बीएचयू के IIT कैंपस में छात्रा के साथ गन प्वाईंट पर बीजेपी की आईटी सेल से जुड़े तीन लड़कों ने छेड़खानी की और वीडियो बनाकर धमकाया. छात्रों ने कई दिन प्रदर्शन किया ,BHU जैसे संस्थान में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे तो तीनों आरोपियों कुणाल पांडे, अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
आरोपियों की गिरफ्तारी हुई बीजेपी नेताओं से कनेक्शन की तस्वीर सामने आने लगी. किसी भी आरोपी के घर पर बुलडोजर एक्शन देखने को नहीं मिला. वर्तमान में दो आरोपी कुणाल पांडे और अभिषेक चौहान की हाई कोर्ट इलाहाबाद से जमानत हो चुकी है. सक्षम पटेल की जमानत पर सितंबर महीने में सुनवाई होगी.
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3- 23 जुलाई को लखनऊ के मंत्र थाना क्षेत्र में रहने वाले रितिक पांडे की गांव को ही दबंग हिमांशु सिंह, प्रियांशु सिंह, अवनीश सिंह, प्रत्यूष सिंह और सनी सिंह ने मामूली विवाद में पीट-पीटकर हत्या कर दी. कई दिनों तक परिजनों ने धरना प्रदर्शन किया तो नामजाद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. आरोपियों की सरोजिनी नगर सीट से भाजपा विधायक के राजेश्वर सिंह के करीबी होने की तस्वीर सामने आई. लेकिन किसी के घर पर बुलडोजर नहीं चला.