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धनुष, पिनाका और अर्जुन टैंक के बारूद चेक करने वाला कुमार विकास कर रहा था ISI के काम ! ludo apps से भेजता था जानकारी

जनवरी 2025 में विकास को फेसबुक पर नेहा शर्मा नामक एक महिला ने संपर्क किया. उसने खुद को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) की कर्मचारी बताया और दोस्ती बढ़ाई. धीरे-धीरे व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू हुई और फिर दोनों ने मोबाइल नंबर साझा किए. जांच एजेंसियों के अनुसार, गुप्त जानकारी साझा करने के लिए विकास लूडो गेमिंग ऐप का उपयोग करता था. इस ऐप में गेम चैट के माध्यम से वह संवेदनशील जानकारी भेजता था.

ऐसे ही टैंकों में लगने वाले बारूद की जांच करता था कुमार विकास. (प्रतीकात्मक फोटो ) ऐसे ही टैंकों में लगने वाले बारूद की जांच करता था कुमार विकास. (प्रतीकात्मक फोटो )
सिमर चावला
  • कानपुर ,
  • 20 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 2:17 PM IST

उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, अर्मापुर से एक बड़ी सुरक्षा चूक सामने आई है. एटीएस ने यहां से कुमार विकास नामक एक संदिग्ध जासूस को गिरफ्तार किया है. जांच में खुलासा हुआ है कि विकास पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के लिए काम कर रहा था. ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में वह जूनियर वर्क्स मैनेजर के पद पर कार्यरत था. कुमार विकास ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में गोला-बारूद की गुणवत्ता जांचने का काम करता था. धनुष, पिनाका और अर्जुन टैंक के बारूद पास या फेल करने की जिम्मेदारी उसी की थी.

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फेसबुक पर हनी ट्रैप का शिकार हुआ विकास

जनवरी 2025 में विकास को फेसबुक पर ‘नेहा शर्मा’ नामक एक महिला ने संपर्क किया. उसने खुद को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) की कर्मचारी बताया और दोस्ती बढ़ाई. धीरे-धीरे व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू हुई और फिर दोनों ने मोबाइल नंबर साझा किए.

लूडो ऐप से शेयर करता था संवेदनशील जानकारी

जांच एजेंसियों के अनुसार, गुप्त जानकारी साझा करने के लिए विकास लूडो गेमिंग ऐप का उपयोग करता था. इस ऐप में गेम चैट के माध्यम से वह संवेदनशील जानकारी भेजता था. एटीएस के अनुसार, विकास को आईएसआई से पैसे मिलते थे और बदले में वह फैक्ट्री से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां, दस्तावेज और तस्वीरें साझा करता था. उसे भारतीय रक्षा प्रणाली, विशेष रूप से तोपों और टैंकों के लिए बनाए जा रहे गोला-बारूद की जानकारी उपलब्ध कराने का काम सौंपा गया था. वह धनुष, पिनाका और अर्जुन टैंक के गोले पास या फेल करने की जिम्मेदारी निभाता था. गिरफ्तारी के बाद एटीएस की एक टीम कुमार विकास को लखनऊ ले गई, जबकि दूसरी टीम उसके पैतृक गांव शाहजहांपुर पहुंची. यहां परिजनों से पूछताछ की गई और विकास के घर की तलाशी ली गई.

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पत्नी का दावा: साजिश के तहत फंसाया गया

कुमार विकास की पत्नी रीना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके पति निर्दोष हैं और हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एटीएस ने जबरन उनसे कागजों पर हस्ताक्षर कराए और उनके घर की तस्वीरें लीं.

गुम हुआ था मोबाइल, पत्नी ने जताई साजिश की आशंका

रीना ने दावा किया कि 17 मई 2024 को वे अपने परिवार के साथ पुणे गए थे, जहां उनके पति का मोबाइल खो गया. इस मोबाइल में दो सिम कार्ड थे. एक उनके नाम से और दूसरा उनके पति के नाम से. इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. रीना का कहना है कि कुछ दिन तक वह मोबाइल ऑन रहा और फिर अचानक बंद हो गया. बाद में उन्होंने ऑनलाइन एफआईआर भी दर्ज कराई थी. इसके अलावा, उन्होंने बताया कि पहले भी उनके पति का मोबाइल और ईमेल हैक हो चुका था. जब डेटा रिकवर कराया गया, तो पता चला कि 500 से अधिक वीडियो और तस्वीरें गायब थीं. रीना ने आशंका जताई कि उनके मोबाइल का इस्तेमाल किसी ने संवेदनशील डेटा लीक करने के लिए किया होगा.

एटीएस कर रही है आगे की जांच

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एटीएस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है. विकास से पूछताछ जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या उसके संपर्क में अन्य लोग भी थे. 

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