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वो आखिरी फोन कॉल... बच्चों को मन लगाकर पढ़ने की कही थी बात, फिर आई मौत की खबर, कुवैत अग्निकांड में गोरखपुर के दो लोगों की मौत

Kuwait Fire: गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी के रहने वाले अंगद गुप्ता लगभग 9 वर्ष पूर्व कुवैत गए थे और वहां पर एक प्राइवेट कंपनी में कैशियर का काम करते थे. गुरुवार को मंगाफ शहर के एक बहुमंजिला मॉल में हुए अग्निकांड में उनकी मौत हो गई. परिजनों को ये बात गुरुवार को एंबेसी से फोन कॉल के जरिये पता चली, उनका रो-रो कर बुरा हाल है. 

कुवैत हादसे में जान गंवाने वाला अंगद गुप्ता का परिवार कुवैत हादसे में जान गंवाने वाला अंगद गुप्ता का परिवार
गजेंद्र त्रिपाठी
  • गोरखनाथ ,
  • 14 जून 2024,
  • अपडेटेड 11:46 AM IST

कुवैत (Kuwait) के मंगाफ (Mangaf) शहर में हुए अग्निकांड में 49 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में से 45 भारतीय मूल के थे. मृतकों में सबसे अधिक 24 केरल, पांच तमिलनाडु, यूपी के तीन, बिहार के दो और झारखंड का एक निवासी था. यूपी के जिन तीन लोगों की मौत हुई है उसमें गोरखपुर के दो युवक शामिल हैं. एक गुलरिया के जयराम गुप्ता थे और दूसरे गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जैतपुर उत्तरी निवासी अंगद गुप्ता. जबकि, तीसरा मृतक गाजीपुर का रहने वाला है.

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गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी के रहने वाले अंगद गुप्ता लगभग 9 वर्ष पूर्व कुवैत गए थे और वहां पर एक प्राइवेट कंपनी में कैशियर का काम करते थे. गुरुवार को मंगाफ शहर के एक बहुमंजिला मॉल में हुए अग्निकांड में उनकी मौत हो गई. ये बात गुरुवार को एंबेसी से फोन कॉल के जरिये पता चली और तभी से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. 

अंगद गुप्ता से आखिरी बार बातचीत मंगलवार को परिजनों से हुई थी और उन्होंने बातचीत के दौरान परिजनों का हाल-चाल जाना और बच्चों को पढ़ाई लिखाई में मन लगाने की बात कही. फिलहाल, घटना की सूचना मिलते ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के आला  अधिकारियों को निर्देशित करते हुए विदेश मंत्रालय और कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से लगातार संपर्क में बने रहने की बात कही है.

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वहीं, इस घटना से परिवार के साथ ही मोहल्ले वालों में भी शोक की लहर है. अंगद के छोटे भाई पंकज गुप्ता बताते हैं कि परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य बड़े भैया ही थे. इस हृदय विदारक घटना से पूरा परिवार टूट गया है. परिवार के भरण पोषण व आर्थिक रूप से संकट गहरा गया है. 

कुवैत की इस बिल्डिंग में लगी थी आग

नम आंखों से उन्होंने प्रदेश व केंद्र सरकार से शव को सकुशल लाने के साथ ही परिवार की बड़ी बेटी अंशिका को नौकरी और आर्थिक सहायता करने की मांग की है. मृतक अंगद गुप्ता के परिवार में पत्नी रीता देवी के साथ बड़ी बेटी अंशिका गुप्ता, मझला बेटा आशुतोष गुप्ता व छोटा बेटा सुमित गुप्ता शामिल है.

मृतकों के शव भारत पहुंचे 

बता दें कि कुवैत अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर भारतीय वायुसेना (IAF) का विमान केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर लैंड हो चुका है. कुवैत के मंगाफ शहर में बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग में कुल 45 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई थी. जान गंवाने वाले भारतीयों के शवों को देश लाने के लिए भारतीय वायुसेना का सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान रवाना हुआ था, जो कोच्चि में लैंड हो चुका है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन खुद कोच्चि इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे हैं.

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कुवैत के मीडिया के मुताबिक, आग रसोई में लगी थी, अधिकांश मौतें धुएं के कारण हुईं. 12 जून (बुधवार) की सुबह 4.30 बजे अल-अहमदी गवर्नरेट के अधिकारियों ने हादसे की सूचना दी थी. इसका मतलब आग अल सुबह लगी थी, जिस वक्त लोग नींद की आगोश में थे. निर्माण कंपनी NBTC ग्रुप ने 195 से ज्यादा श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग किराए पर ली थी, जिनमें रहने वाले अधिकांश श्रमिक केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के थे.

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