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ग्रेटर नोएडा: गाजे-बाजे से साथ निकली गाय की अंतिम यात्रा, अर्थी को गुब्बारों से सजाया

ग्रेटर नोएडा में एक बूढ़ी गाय के शव यात्रा गाजे बाजे के साथ निकाली गई. गाय के अंतिम संस्कार के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली पर अर्थी को गुब्बारों से सजाया और गाजे-बाजे के साथ उसकी शव यात्रा निकाली. गाय की शव यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए जिसमें महिलाएं भी शामिल थी.

धूमधाम से हुआ गाय का अंतिम संस्कार धूमधाम से हुआ गाय का अंतिम संस्कार
अरुण त्यागी
  • ग्रेटर नोएडा,
  • 10 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 10:56 PM IST

ग्रेटर नोएडा में एक बूढ़ी गाय के शव यात्रा गाजे बाजे के साथ निकाली गई. फिर सनातन रीति रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया. रौनीजा गांव के रहने वाले पप्पू प्रधान जेसीबी का काम करते हैं. उन्होंने एक गाय लंबे समय से पाली हुई थी, गाय से पूरे परिवार के लोगों को खूब लगाव था. सभी उसकी खूब सेवा करते थे, बुंधवार सुबह पप्पू प्रधान की बूढ़ी गए मर गई. जिसके बाद पूरे परिवार में दुख की लहर दौड़ गई. 

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गाय की मौत से गांव में पसरा मातम

गाय के अंतिम संस्कार के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली पर अर्थी को गुब्बारों से सजाया और गाजे-बाजे के साथ उसकी शव यात्रा निकाली. गाय की शव यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए जिसमें महिलाएं भी शामिल थी. शनि मंदिर के पास गायत्री मंत्र के साथ चंदन और आम की लकड़ी के साथ देसी घी से गाय का दाह संस्कार किया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

धूमधाम से निकली गाय की शव यात्रा

ग्रामीणों का मानना है कि पुराणों के अनुसार गाय में सभी देवताओं का वास माना गया है। गाय के दूध को अमृत कहा गया है. पौराणिक मान्यता के अनुसार गौ सेवा करने आपके पुण्य कर्मों में वृद्धि होती है और आपको जीवन-मृत्यु के चक्र से मुक्ति भी मिलती है. गाय की मौत से ग्रामीणों में गम का माहौल है. 

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