
लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का संगठन कमर कसने लगा है. एक ओर जहां विधायकों को जनसंपर्क अभियान में लगाया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ हारी हुई सीटों को जीतने के लिए अलग ही रणनीति तैयार की जा रही है. इसी क्रम में संगठन कई सीटों पर नए चेहरे चाहता है. खासकर ऐसे सीटों पर जहां उनके पास लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कैंडिडेट कमजोर हैं या फिर जीते हुए सांसदों के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी है. ऐसे में संगठन की नजर सरकार में शामिल कई मंत्रियों पर है. संगठन के संकेतों को अगर समझा जाए तो लगता है कि 2024 में भी योगी सरकार के कई मंत्रियों को बीजेपी चुनाव लड़वा सकती है.
संगठन की मानें तो लगभग एक चौथाई ऐसे सांसद हैं, जिनके टिकट बदले या काटे जा सकते हैं. कुछ मंत्रिमंडल के चेहरे लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, कुछ सांसदों के टिकट कटेंगे और कुछ सांसदों के क्षेत्र भी बदले जाएंगे. यह फॉर्मूला बीजेपी के लिए नया भी नहीं है. बीजेपी चेहरों को बदलकर प्रयोग करती रहती है. उसमें वह सफल भी रही है.
रायबरेली, प्रयागराज, प्रतापगढ़, धौरहरा, पीलीभीत और कानपुर, ऐसी सीटें हैं, जहां से योगी सरकार के मंत्रियों को लड़ाने की चर्चा चल रही है.
बीजेपी को लगता है कि अमेठी में सोनिया गांधी को टक्कर देने के लिए कोई चेहरा उनके पास नहीं है. ऐसे में योगी सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का नाम चर्चा में है. मंत्री राकेश सचान का नाम भी लोकसभा चुनाव के लिए चर्चा में, जितिन प्रसाद भी केंद्र की राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं और उनके बारे में भी चर्चा है कि वह 2024 का चुनाव लड़ सकते हैं.
अगर 2019 चुनाव का फॉर्मूला देखा जाए तो यूपी बीजेपी ने उस समय यही प्रयोग किए थे. योगी सरकार में पर्यटन मंत्री रही रीता बहुगुणा जोशी, पशुधन मंत्री रहे एसपी सिंह बघेल, कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी और सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा को पार्टी ने चुनाव लड़ आया था. इनमें तीन सीटों को बीजेपी जीतने में सफल रही थी जबकि मुकुट बिहारी वर्मा अंबेडकरनगर से चुनाव हार गए थे.
ऐसे में अब जबकि 2024 को लेकर बीजेपी ने अलग स्तर की तैयारियां शुरू कर दी हैं, तो उन मंत्रियों का नाम चर्चा में आ गया है, जो 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं.
इसके अलावा अगर बात की जाए तो ऐसे चेहरे जिन्हें इस बार योगी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली और जो दिल्ली दरबार के भी करीब माने जाते रहे हैं, उनके भी 2024 में पार्लियामेंट चुनाव लड़ने की उम्मीद है. ऐसे नेताओं में पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह श्रीकांत शर्मा, पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सरीखे कई दिग्गजों के नाम भी चर्चा में है. बहरहाल फिलहाल संगठन में मंथन का दौर जारी है लेकिन आने वाले वक्त में चुनाव लड़ने वाले नामों को पहले ही संकेत दिए जा सकते हैं.