
समाजवादी पार्टी (सपा) के एक और विधायक की मुसीबत बढ़ गई है. पूर्व मंत्री और मेरठ के किठौर सीट से विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. लखनऊ में जो बिल्डिंग सोमवार शाम को ढही है, उसकी जमीन का मालिक नवाजिश ही है. इस बिल्डिंग को यजदान बिल्डर ने बनाया था, जिसकी तलाश की जा रही है.
लखनऊ के बेहद पॉश इलाके में स्थित अलाया अपार्टमेंट मंगलवार शाम को गिरा था. इसमें फंसे 16 लोगों को अब तक बाहर निकाला जा चुका है, जिसमें से दो महिलाओं की मौत हो चुकी है. हादसे में जान गंवाने वाली महिलाएं सपा नेता अब्बास हैदर की पत्नी और मां हैं. अब्बास हैदर ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
हिरासत में लिया गया नवाजिश
जैसे ही लखनऊ का अलाया अपार्टमेंट जमींदोज हुआ तो पूर्व कैबिनेट मंत्री व किठौर से सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश मंजूर को हिरासत में ले लिया गया और उसे लेकर लखनऊ लाया जा रहा है. मेरठ पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को हिरासत में लेकर रात में ही लखनऊ भेज दिया गया है.
हजरतगंज के वजीर हसन रोड पर स्थित अलाया अपार्टमेंट की जमीन को 2003 में समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में मंत्री रहे शाहिद मंजूर की बेटे नवाजिश और उनके भतीजे तारीक ने खरीदी थी. इसके बाद इसका बिल्डर एग्रीमेंट यजदान से किया था. यजदान बिल्डर ने इस जमीन पर चार मंजिला भवन तैयार किया था. एक पेंट हाउस का निर्माण कराया गया था.
अब्बास हैदर को बेचा गया था पेंट हाऊस
बाद में इस पेंट हाऊस को शाहिद मंजूर ने सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्बास हैदर को बेच दिया था. दो फ्लैट अभी भी शाहिद मंजूर के पास थे, जिसमें एक उन्होंने अपनी बेटी व दामाद को दे दिया था, वहीं एक फ्लैट 401 में खुद ही रहते थे. शाहिद मंजूर की बेटे नवाजिश ने ग्राउंड पार्किंग एरिया में अपना कार्यालय भी बना रखा था.
सभी फ्लैटों की रजिस्ट्री मंत्री के बेटे नवाजिश और भतीजे तारीक के नाम से की गई है. 3885 वर्ग फुट जमीन पर अपार्टमेंट बना था. कमजोर ढांचे पर पूरी बिल्डिंग खड़ी की गई थी. बिल्डिंग बनाते समय मजबूती का ध्यान नहीं रखा गया. इस अपार्टमेंट में फ्लैट लेने वालों ने बताया कि पेंट हाऊस का निर्माण भी जबरन कराया गया था, डिजाइन में था ही नहीं.
बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुका है फहद यजदानी
यजदान बिल्डर का मालिक फहद यजदानी 2017 के विधानसभा चुनाव में बिजनौर के बाढ़पुर विधानसभा सीट से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, हालांकि जीत नहीं सका था. इसके बाद में दोबारा चुनाव नहीं लड़ा और कंस्ट्रक्शन का काम करता रहा. हाल ही में लखनऊ के प्रयाग नारायण रोड पर एलडीए ने बिल्डर की एक अपार्टमेंट तोड़ी थी. वहीं महानगर विस्तार में भी स्वीकृत नक्शे से अलग 7 मंजिला इमारत बिल्डर ने बना दी थी.
अलाया अपार्टमेंट के जमींदोज होने के बाद लखनऊ मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने लखनऊ शहर में यजदान बिल्डर्स द्वारा बनाई गई अन्य बिल्डिंगों का चिन्हाकन के आदेश दिए. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है, जिसमें आयुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी रहेंगे. ये समिति इस हादसे के लिए ज़िम्मेदार लोगों को चिन्हित कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी.