
उत्तर प्रदेश में बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी मॉड्यूल से जुड़े एक बड़े मामले की जांच अब यूपी एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) को सौंप दी गई है. इससे पहले इस केस की जांच यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) कर रही थी, लेकिन खालिस्तानी संगठन के आईएसआई कनेक्शन के सामने आने के बाद इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच एजेंसी बदली गई है.
सूत्रों के मुताबिक, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के गठजोड़ की जानकारी सामने आई थी. इस गठजोड़ के जरिए कुंभ मेले जैसे बड़े धार्मिक आयोजन पर हमले की साजिश रची जा रही थी. इस साजिश का पर्दाफाश होने के बाद ही खालिस्तानी आतंकी लाजर मसीह को गिरफ्तार किया गया था.
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यूपी एसटीएफ ने लाजर मसीह को कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में विदेशी असलहे और विस्फोटक बरामद किए गए थे. इसके बाद उसके खिलाफ कोखराज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. अब इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज यूपी एटीएस को सौंप दिए गए हैं.
यूपी एटीएस की आईएसआई मॉड्यूल पर नजर
यूपी एटीएस की स्पेशल यूनिट, जो आईएसआई (ISI) से जुड़े आतंकी मॉड्यूल्स पर काम करती है, अब इस केस की गहराई से जांच करेगी. एटीएस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लाजर मसीह का नेटवर्क कहां-कहां फैला हुआ है और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं. यूपी एटीएस की जांच में कई बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.
बता दें कि गुरुवार को कौशांबी से UP STF और पंजाब पुलिस की टीम ने खालिस्तानी आतंकवादी लजार मसीह को गिरफ्तार किया था. लजार मसीह के पास से तीन सक्रिय हैंड ग्रेनेड, 2 डेटोनेटर, एक विदेशी निर्मित नोरिन्को एम-54 टोकरेव पिस्तौल (7.62 मिमी), विदेश में बने 13 कारतूस और सफेद रंग का विस्फोटक पाउडर मिला था.