
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ कर रही है. इस कार्रवाई को यूपी एसटीएफ की टीम ने अंजाम दिया है. अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ में और भी खुलासे हो सकते हैं.
पुलिस के अनुसार, ये लोग सरकारी विभागों में नौकरी से लेकर ट्रांसफर, पोस्टिंग के नाम पर ठगी करते थे. UP STF ने इस गिरोह के मास्टर माइंड समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी आरएमएसएस नाम की संस्था बनाकर लोगों के साथ ठगी को अंजाम दे रहे थे.
यूपी एसटीएफ ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें अमित तिवारी, नवीन कुमार राय, गगन पांडेय, आशीष भारद्वाज और विकास यादव शामिल हैं. इनके पास से STF ने 15 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, 1 रेलवे पास, 7 वोटर आईडी कार्ड, 3 फर्जी परिचय पत्र समेत भारी मात्रा में कई विभागों के कागजात बरामद किए हैं.
पहले भी लखनऊ में पकड़ा जा चुका है जालसाज गिरोह
बता दें कि इससे पहले भी लखनऊ में ठगी का मामला सामने आया था.यहां 700 बेरोजगारों से दो करोड़ रुपये से ज्यादा हड़पने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. पकड़े गए लोग फर्जी कॉल सेंटर खोलकर नौकरी के नाम पर ठगी करते थे. ये जालसाज अपने कॉल सेंटर पर एमटेक और बीटेक पास युवाओं को नौकरी पर रखते थे. यूपी एसटीएफ की छापेमारी में इनकी गिरफ्तारी की गई थी.
ये आरोपी लखनऊ के इंदिरानगर में कॉल सेंटर चलाते थे. ये लोग इंटरनेट व अन्य माध्यम से बेरोजगारों के नंबर पता कर लेते थे. इसके बाद उन्हें फोन कर नौकरी के नाम पर दो या तीन बार में 50 हजार से 1 लाख रुपये वसूल लेते थे. ये तीन साल से कॉल सेंटर चला रहे थे.