
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के दोनों बेटों की रिहाई के बाद सड़कों पर जश्न मनाया गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अतीक के बेटों एहजम और आबान की गाड़ी के पीछे दर्जनों लोग काफिले में शामिल हुए थे. आतिशबाजी और नारेबाजी भी हुई थी. जिसको लेकर अब पुलिस हरकत में आ गई है. पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने सड़कों पर हुड़दंग मचाया था. इस काफिले में पुलिस की जीप भी थी.
सूत्रों के मुताबिक, एहजम और आबान के बाल सुधार गृह से रिहाई के बाद जश्न में शामिल कुछ लोगों से पुलिस ने पूछताछ की है. कुछ लोगों को पुरामुफ्ती थाने भी लाया गया. साथ ही वो लोग भी पुलिस की रडार पर जिन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट/वीडियो डाला था.
गौरतलब है कि 9 अक्टूबर को अतीक अहमद के दोनों बेटे एहजम और आबान को राजरूपपुर के बाल सुधार गृह से छोड़ दिया गया था. दोनों की कस्टडी अतीक की बहन को मिली है. अतीक की बहन ही उनको कार से अपने साथ ले गई थी. लेकिन हटवा इलाके पहुंचते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. बताया जा रहा है कि है कि दोनों के पीछे चलने वाले सिर्फ हटवा नहीं बल्कि चकिया, करेली व असरौली के भी लड़के थे. वह रास्तों में खड़े होकर इंतजार करते रहे और एहजम और आबान की कार दिखते ही उसके पीछे लग गए. काफिले में कई घुड़सवार भी नजर आए.
एहजम और आबान की रिहाई पर सड़को पर उनके समर्थकों ने लंबा काफिला निकालकर जश्न मनाया. उनकी गाड़ी के पीछे दर्जनों बाइक और कारें चल रही थीं. इस दौरान पटाखे फोड़े गए और घोड़े दौड़ाए गए. 'शेर इज बैक' जैसे नारे भी लगाए गए. किसी ने 'सुल्तान' फिल्म के गानों पर इंस्टाग्राम रील बनाई तो किसी ने 'रंगबाजी' भरे पोस्ट किए.
रिहाई थी गोपनीय फिर समर्थक कैसे हुए इकट्ठा?
दरअसल, अतीक के दोनों बेटों की रिहाई को पुलिस के लोगों ने गोपनीय रखा था. ऐसे में उनकी रिहाई के बारे में लोगों को कैसे पता चला अब इस पर मंथन किया जा रहा है. पुलिस की एक टीम इसका पता करना करने का प्रयास कर रही है कि आखिर सूचना किसने दी और रिहाई के बारे में लोगों को लोकेशन कैसे पता चली.
इस मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वालों और माफिया के बेटों के काफिले में शामिल लोगों की पहचान शुरू कर दी गई है. वीडियो से पुलिस को तमाम गाड़ियों के नंबर भी मिले हैं जिनके आधार पर जांच-पड़ताल की जा रही है.