
No special trains for Kumbh have been cancelled: रेलवे के शीर्ष अधिकारियों के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ के लिए कोई स्पेशल ट्रेन को रद्द नहीं किया गया है. सभी स्पेशल ट्रेनों का संचालक यथावत जारी रहेगा.
रेलवे बोर्ड के जनसंपर्क अधिकारी दिलीप कुमार ने प्रयागराज की ओर जाने वाली ट्रेनों के रद्द होने की खबरों पर कहा, मध्यरात्रि के बाद जब महाकुंभ में भगदड़ जैसी घटना घटी तो एक-दो ट्रेनों को कुछ समय के लिए रेगुलेट किया गया था. अब उसे ठीक कर दिया गया है यानी कि कुछ ट्रेनों को होल्ड पर रखा गया था.
तात्कालिक रूप से कुछ ट्रेन को होल्ड रखा था. अब किसी भी तरह का कोई बदलाव का प्लान नहीं है. आज हमारा ज्यादा संख्या में गाड़ियों को चलने का प्लान है, उसके हिसाब से हम प्लान कर रहे हैं और सारी गाड़ियों को प्रयाग क्षेत्र में ले जा रहे हैं ताकि यात्रियों को किस तरह की कोई दिक्कत न हो, ज्यादा से ज्यादा यात्री अपने घरों की ओर लौट सकें.
इस महाकुंभ के लिए बनाई गई व्यापक योजना के अनुसार ही हम लोग काम कर रहे हैं. आज मौनी अमावस्या का दिन है. हमारी प्लानिंग थी कि आज मौनी अमावस्या पर स्नान करने के बाद जब श्रद्धालु महाकुंभ अपने घरों की ओर रवाना होंगे, तो वहां से अनरिजर्व्ड क्लास की ट्रेनों अधिक हो ताकि ज्यादा लोग सफर कर सकें.
रेलवे बोर्ड के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, महाकुंभ 144 वर्षों में पहली बार हो रहा है. ऐसी आयोजन में निश्चित रूप से धैर्य की जरूरत है. सभी लोग संयम के साथ महाकुंभ में स्नान करें और संगम पवित्र क्षेत्र है. अगर कोई अफवाह फैलाने की कोशिश करता है तो उन अफवाहों पर ध्यान न दें. अपने विवेक से, अपनी बुद्धिमत्ता से काम लें और अपनी आस्था के हिसाब से संगम में डुबकी लगाने के बाद किसी भी तरीके से अपने अपने गंतव्य स्थान की ओर जाएं.
इसस पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल डिवीजन के वाणिज्य प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया था, ''पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से प्रयागराज जाने वाली महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेनों का परिचालन अगले आदेश तक रोक दिया गया है. रेगुलर ट्रेनें चलती रहेंगी.'' प्रयागराज में मौनी अमावस्या के मौके पर ज्यादा भीड़ और भगदड़ मचने की वजह से स्पेशल ट्रेनों को रोकने की बात कही जा रही थी.
उधर, प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. प्रयागराज जंक्शन पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कड़े इंतजाम किए गए हैं. मौनी अमावस्या स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को संगम तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
महाकुंभ में अब तक 13 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं. मौनी अमावस्या के पर्व पर करीब 10 करोड़ श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए पहुंचे हैं. बयान के मुताबिक, 25 जनवरी से ही लगभग एक करोड़ यात्री प्रतिदिन महाकुंभ में आने लगे हैं. इतनी भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनकी सुगम निकासी के लिए प्रयागराज रेल मंडल ने शहर के सभी स्टेशनों के लिए विशेष योजना और कुछ प्रतिबंध लागू किए हैं. ये प्रतिबंध मौनी अमावस्या से एक दिन पहले और दो दिन बाद तक लागू रहेंगे.
इसमें कहा गया है कि मौनी अमावस्या के स्नान पर्व के दिन प्रयागराज जंक्शन पर प्रवेश केवल सिटी की तरफ वाले दरवाजे से और प्लेटफॉर्म नं.-1 की ओर से दिया जाएगा. निकास केवल सिविल लाइंस और प्लेटफार्म नंबर 6 की ओर से होगा.
आरक्षित यात्रियों, जिनका पहले से टिकट आरक्षित है, उन्हें सिटी की तरफ स्थित गेट नंबर पांच से अलग से प्रवेश दिया जाएगा. जबकि अनारक्षित यात्रियों को दिशावार कलर कोडेडे आश्रय स्थलों के माध्यम से प्रवेश कराया जाएगा.
बयान के मुताबिक, टिकट के लिए आश्रय स्थलों में ही अनारक्षित टिकट काउंटर, ए.टी.वी.एम और मोबाइल टिकटिंग की व्यवस्था रहेगी. भीड़ के अतिरिक्त दबाव का प्रबंधन करने के लिए खुसरो बाग में एक लाख लोगों के ठहरने की व्यवस्था का इंतजाम किया गया है.
बयान के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर्व पर नैनी जंक्शन में प्रवेश केवल स्टेशन रोड से और निकास केवल मालगोदाम की ओर से होगा. इसी तरह आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर दो से अलग से प्रवेश दिया जाएगा, जबकि प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्रवेश केवल प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग को जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से और निकास केवल जी.ई. सी नैनी रोड की ओर से होगा.
आरक्षित यात्री गेट नंबर 2 से प्रवेश करेंगे. सूबेदारगंज स्टेशन में प्रवेश झलवा, कौशाम्बी रोड की ओर से होगा जबकि निकास केवल जी.टी. रोड की ओर होगा. बयान में कहा गया है कि आरक्षित यात्री गेट नंबर 3 से प्रवेश करेंगे. इसमें कहा गया है कि अनारक्षित यात्रियों के लिए सभी स्टेशनों पर दिशावार ‘कलर कोडेड’ आश्रय स्थल बनाये गये हैं जहां से यात्रियों को उनके अलग-अलग रंग के टिकट के हिसाब से प्लेटफार्म पर पहुंचाया जाएगा. जहां से कई नियमित और मेला स्पेशल ट्रेन से यात्रियों को उनके गंतव्य स्टेशन तक पहुचांया जाएगा.