
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को दावा किया कि प्रयागराज में महाकुंभ में गए करीब 1000 हिंदू श्रद्धालु लापता हो गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा में अपने बयान के दौरान इन लोगों को खोजने की बात करनी चाहिए थी.
क्या बोले अखिलेश यादव?
अखिलेश यादव ने सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि महाकुंभ के लिए केंद्र सरकार ने कितना बजट दिया था. उन्होंने कहा, 'मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सिर्फ गाड़ियों की पार्किंग तय कर रहे थे, वहीं कई आईपीएस अधिकारी लोगों को स्नान करने से रोक रहे थे.' उन्होंने आरोप लगाया कि कई श्रद्धालुओं को बॉर्डर पर ही रोक दिया गया और सरकार ने यह नहीं बताया कि महाकुंभ में लोगों की सुविधाओं के लिए क्या इंतजाम किए गए थे.
अखिलेश यादव ने कहा, 'इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि सबसे ज्यादा नुकसान हिंदू श्रद्धालुओं का हुआ है. अभी भी 1000 हिंदू श्रद्धालु लापता हैं, लेकिन सरकार उनकी जानकारी देने के बजाय पोस्टर हटवा रही है.' उन्होंने बीजेपी से अपील की कि वह इन लापता लोगों की तलाश करे और उनके परिवारों से उन्हें मिलाए.
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में महाकुंभ पर बयान देते हुए इसे देश की एकता का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा, 'महाकुंभ ने पूरे देश को एकजुट किया. लाखों श्रद्धालु सुविधा-असुविधा से ऊपर उठकर आए. यह हमारी सबसे बड़ी ताकत है.' PM मोदी ने कहा कि महाकुंभ में हर क्षेत्र और हर कोने से लोग आए और 'मैं' की भावना छोड़कर 'हम' की भावना के साथ एकजुट हुए. उन्होंने इस आयोजन को भारत की शक्ति बताया.
हालांकि, अखिलेश यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री को महाकुंभ की सफलता की बात करने के साथ-साथ लापता हुए श्रद्धालुओं की भी चर्चा करनी चाहिए थी.