
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में हत्या, दुष्कर्म व छेड़खानी मामले में कोर्ट ने भाजपा के पूर्व अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष राही मासूम रजा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही 2 लाख 5 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है. इसी मामले में शामिल सिपाही आबिद अली व एक अन्य सहयोगी गुड्डू सेवईवाला उर्फ मुमताज शाह को चार-चार वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई. दोनों पर तीन-तीन हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है. सिपाही आबिद अली व सहयोगी गुड्डू पर मामले को मैनेज कराने के आरोप में कार्रवाई हुई.
कोर्ट में पेश आरोप पत्र के मुताबिक, संतकबीर नगर जिले के मेंहदावल थाना क्षेत्र निवासी दुकानदार अपनी चार बेटियों और एक आठ वर्षीय बेटे के साथ महराजगंज शहर में भाजपा नेता राही मासूम रजा के घर में किराये पर रहता था. आरोप है कि फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले दुकानदार की बड़ी बेटी के साथ 28 अगस्त 2024 को राही मासूम रजा ने दुष्कर्म किया था. वहीं, छोटी बेटी के साथ भी लगातार छेड़खानी कर रहा था. पीड़ित व्यापारी ने जब इस कृत्य का विरोध किया तो आरोपित ने उसकी पिटाई कर दी. इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 31 अगस्त को उसकी मौत हो गई.
तत्कालीन सीओ अजय सिंह चौहान की जांच-पड़ताल के बाद पांच सितंबर को मृतक की बड़ी बेटी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित भाजपा नेता के विरुद्ध हत्या, दुष्कर्म, छेड़छाड़, एससी-एसटी व पाक्सो एक्ट के तहत आईपीसी की धाराओ में मुकदमा दर्ज किया था.
रेप, हत्या व छेड़खानी का मुजरिम
विशेष लोक अभियोजक पॉक्सो एक्ट विनोद सिंह ने बताया कि पूर्व भाजपा नेता राही मासूम रजा के मकान में पीड़िता अपने पिता और बहन के साथ रहती थी. राही मासूम रजा द्वारा उसके साथ दुराचार किया गया था और उसके पिता को पॉइजन देकर मार दिया था.
मामले में अभियुक्त राही मासूम रजा के अलावा सिपाही आबिद अली व गुड्डू उर्फ मुमताज को विशेष न्यायाधीश अनन्य न्यायालय पॉक्सो एक्ट विनय कुमार सिंह ने सजा सुनाई है. मुख्य अभियुक्त राही मासूम रजा को आजीवन कारावास की सजा व सिपाही आबिद अली व तीसरे आरोपित गुड्डू उर्फ मुमताज शाह को चार-चार साल की सजा सुनाई गई है.
जिसकी सत्ता उसका हो जाता था राही मासूम रजा
दलित किशोरी के साथ रेप और उसके पिता के हत्या का आरोपी राही मासूम रजा के बारे में लोग कहते हैं वह एक चालाक नेता था, जिसकी सत्ता रहती वो उसी का हो जाता था. हर दल से वो सांठ-गांठ बना के रखता था. हर दल में इसके लोग थे. भाजपा से पहले वो समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में रह चुका था.