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Mahoba: लैपटॉप पर काम करते-करते बेहोश हुआ बैंक कर्मचारी, चंद मिनट में तोड़ दिया दम, हार्ट अटैक से मौत की आशंका

महोबा जिले में बैंक के अंदर कुर्सी पर बैठे-बैठे एक कर्मचारी की मौत हो गई. पूरी घटना बैंक में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. शुरुआती जांच में हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है.

महोबा: ऑफिस में बैंक कर्मी की मौत महोबा: ऑफिस में बैंक कर्मी की मौत
नाह‍िद अंसारी
  • महोबा ,
  • 26 जून 2024,
  • अपडेटेड 12:54 PM IST

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में बैंक के अंदर कुर्सी पर बैठे-बैठे एक कर्मचारी की मौत हो गई. पूरी घटना बैंक में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. शुरुआती जांच में हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है. साथी कर्मचारी उसे लेकर अस्पताल गए थे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया .  

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जानकारी के मुताबिक, ये घटना 19 जून की है जिसका वीडियो अब सामने आया है. महोबा के कबरई कस्बे की एक प्राइवेट बैंक की ब्रांच में दर्जनों कर्मचारी अपनी-अपनी कुर्सी पर बैठकर काम कर रहे थे. तभी लैपटॉप पर काम करते-करते राजेश शिंदे (30) बेहोश हो गए. वो कुर्सी पर ही लुढ़क गए. बगल में बैठे साथी ने उन्हें देखा तो फौरन बाकी लोगों को आवाज लगाकर पास बुलाया. 

साथी कर्मचारी राजेश को उठाकर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें डेड डिक्लियर कर दिया. इस घटना से लोग सकते में आ गए हैं. उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि जो शख्स चंद मिनट पहले बातचीत कर रहा था, वो अचानक इस तरह से मर सकता है. हार्ट अटैक से बैंक  कर्मी राजेश शिंदे की मौत की बात कही जा रही है. मृतक जिले के बिवांर गांव का निवासी था. 

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कर्मचारी को कुर्सी से उठाकर ले जाते साथी

बैंक में मौजूद लोगों ने बताया कि घटना 19 जून की दोपहर 12 बजे के करीब की है. सीसीटीवी कैमरे में बैंक कर्मी की मौत कैद हो गई. हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया था लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. घटना के वक्त बैंक में अफरा-तफरी मच गई थी.

कुर्सी पर बैठे-बैठे तोड़ दिया दम 

वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुर्सी पर बैठे-बैठे 30 वर्षीय राजेश शिंदे की हालत बिगड़ने लगती है. फिर वो बेहोश हो जाते हैं. उनकी गर्दन पीछे की तरफ लटक जाती है. साथ में बैठे अन्य कर्मचारी जब राजेश की बिगड़ती हालत देखते हैं तो पानी के छींटे मारते हैं. एक कर्मचारी सीपीआर देने का प्रयास करता है. 

साथी कर्मचारी राजेश को कुर्सी से उठाकर बैंक की गैलरी में लिटा देते हैं और लगातार उसे सीपीआर देते रहते हैं. राजेश का शरीर धीरे-धीरे शांत होने लगता है. जिसके बाद कर्मचारी उसे टांगकर बाहर खड़ी कार में लिटाकर कबरई के अस्पताल ले जाते हैं, जहां चेकअप के बाद डॉक्टर राजेश को मृत घोषित कर देते हैं. 19 जून की इस घटना के बाद से उनका परिवार गहरे सदमे में जी रहा है.  

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