
UP News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद में जमीनी विवाद को लेकर एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई. यह घटना शुक्रवार की देर शाम हुई. पुलिस का कहना है कि पुश्तैनी जमीन पर कब्जा को लेकर विवाद था. इस घटना का मुख्य आरोपी 70 साल का बुजुर्ग है, जो सीसीटीवी में फायरिंग करते नजर आ रहा है. यह आरोपी लखनऊ का पुराना कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रहा है.
दरअसल, मलिहाबाद में शुक्रवार देर शाम पुरानी जमीन की पैमाइश के बाद विवाद हो गया था. इसी दौरान फरहीन नाम की महिला और उसके बेटे हम्जला व देवर ताज की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात को फरहीन के चचिया ससुर लल्लन खान और उसके बेटे ने लाइसेंसी राइफल से अंजाम दिया. आरोपियों ने ताबड़तोड़ 5 गोलियां चलाईं.
इस मामले में पुलिस ने लल्लन उर्फ सिराज समेत चार लोगों पर हत्या का दर्ज किया है. Fir में लल्लन उर्फ सिराज के साथ उसका बेटा फराज, बाइक से आए फुरकान और अशरफी नामजद किए गए हैं. पुलिस ने अशर्फी अरेस्ट कर लिया है. वहीं 70 साल का मुख्य आरोपी लल्लन उर्फ सिराज समेत तीन आरोपी अभी फरार हैं.
सीसीटीवी में कैद हुआ था हत्याकांड
इस हत्याकांड का सीसीटीवी सामने आया है, जिसमें 70 साल का बुजुर्ग राइफल चलाते हुए नजर आ रहा है. बताया गया है कि 70 साल का ये बुजुर्ग कोई और नहीं, बल्कि लखनऊ का पुराना हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान है.
लल्लन खान लखनऊ के चौक ठाकुरगंज मलिहाबाद काकोरी इलाके का पुराना हिस्ट्रीशीटर है. उस पर दो दर्जन से अधिक केस दर्ज थे. 80 के दशक में लखनऊ में लल्लन खान की तूती बोलती थी. वह घोड़े से चलता था और खुद को गब्बर खान कहलाता था.
पूर्व डीजीपी बोले- 1985 में लल्लन खान के घर पर मिले थे तमाम हथियार
साल 1985 में लखनऊ के एसपी सिटी और प्रदेश के पूर्व डीजीपी रहे बृजलाल बताते हैं कि 1985 के आसपास लल्लन उर्फ गब्बर सिंह के घर पर जब दबिश दी गई थी तो उसके घर से कई हथियार मिले थे. एक ही लाइसेंस पर कई हथियार थे. कई अवैध असलहे मिले थे. लल्लन हथियारों का शौकीन रहा.
छापेमारी को याद करते हुए बृजलाल कहते हैं कि उस समय लल्लन के घर से 30 माउजर बरामद हुई थीं. चौकी इलाके से पुलिस ने घर से जो असलहे बरामद किए थे, उनको दरी पर बिछाकर लल्लन खान को बैठाया गया था और तस्वीर खींची गई थी.
मलिहाबाद के रहने वाले लल्लन खान के तीन बेटे हैं, जिनमें दो बेटे पोलैंड में जाकर बस चुके हैं. वहीं तीसरा बेटा सिराज घटना के वक्त पिता के साथ गोली चला रहा था. जमीनी विवाद में इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने के लिए जिस राइफल का इस्तेमाल किया गया, वह भी टेलीस्कोपिक राइफल है, जिसे खुद लल्लन खान चला रहा था.
लल्लन खान का लाइसेंस कैसे बना और रेन्यू कैसे हुआ, पुलिस कर रही जांच
इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पुलिस जांच कर रही है कि इतने मुकदमे होने के बावजूद लल्लन खान का लाइसेंस कैसे बना और रेन्यू कैसे हो रहा था. लल्लन खान के दो बेटे पोलैंड में है.
लल्लन खान का भी पासपोर्ट बना हुआ है, वह किन परिस्थितियों में बना है, इसको लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर ने जांच के आदेश दिए हैं. फिलहाल लल्लन खान और उसके बेटे की तलाश की जा रही है. मुख्य आरोपियों के मददगार थार जीप के ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है.