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सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी और एक लाख के इनामी मंगेश यादव के एनकाउंटर के दो महीने बाद उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. मंगेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसको दो गोलियां मारी गई थीं. उसके शरीर पर कुल पांच चोटों का जिक्र है. एक गोली मंगेश यादव के बाएं माथे के ऊपर लगी और सिर के पीछे दाहिने तरफ से निकली थी. जबकि, दूसरी गोली बाएं हाथ के कोहनी के 5 सेमी ऊपर लगी थी.
मालूम हो कि यूपी एसटीएफ ने मंगेश यादव का एनकाउंटर 5 सितंबर को भोर 3:15 बजे सुल्तानपुर देहात कोतवाली क्षेत्र में किया था. इसके बाद 5:15 बजे मंगेश को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. लेकिन केवल 5 मिनट बाद यानि 5:20 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
डकैती, साजिश और पुलिस की थ्योरी... अभी तक साफ नहीं है मंगेश यादव एनकाउंटर की असली कहानी
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पहली गोली मंगेश यादव के बाएं माथे के ऊपर लगी थी, जो सिर के पीछे दाहिनी तरफ से निकल गई. दूसरी गोली बाएं हाथ की कोहनी से 5 सेंटीमीटर ऊपर लगी. इसके अलावा, उसकी छाती के बाईं तरफ गोली के छूकर निकलने का भी जिक्र है. रिपोर्ट में तीन एग्जिट वाउंड (गोली के बाहर निकलने के घाव) का उल्लेख किया गया है.
इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को सुल्तानपुर जिला अस्पताल के डॉक्टर लक्ष्मीकांत मिश्रा द्वारा तैयार किया गया है. रिपोर्ट ने इस एनकाउंटर से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर किया है. दरअसल, मंगेश के एनकाउंटर पर पुलिस और यूपी एसटीएफ पर सवाल उठाए गए थे. सीबीआई जांच की मांग भी की गई थी. सपा मुखिया अखिलेश यादव इस मामले में काफी मुखर थे.
आपको बता दें कि 28 अगस्त को दिन दहाड़े हथियारबंद 5 बदमाशों ने सुल्तानपुर जिले के चौक बाजार में भरत ज्वैलर्स के यहां डकैती डाली थी. इस वारदात में बदमाशों ने करोड़ों के गहने लूट लिए थे. दिन दहाड़े हुई इस घटना ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे. इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की और आरोपियों की पहचान की. धरकपकड़ के दौरान दो आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. साथ ही दर्जन भर से अधिक आरोपी जेल भेजे गए.