
मथुरा जिले में दिल्ली के कंझावला जैसा हादसा सामने आया है. यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक स्विफ्ट कार युवक के शव को करीब 10 किलोमीटर तक घसीटते ले गई. मांट टोल प्लाजा पर गाड़ी रुकी तो सिक्योरिटी गार्ड भयावह नजारा देख हैरान रह गए. आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव के टुकड़ों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दरअसल, मथुरा के थाना मांट इलाके में यमुना एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स कटाने के लिए एक स्विफ्ट कार रुकी. इसी बीच वहां खड़े टोलकर्मियों की नजर कार के पिछले हिस्से पर पड़ी, जहां शत-विक्षत शव फंसा हुआ था. देखकर लग रहा था कि कई किलोमीटर दूर तक घिसटते रहने के कारण उसके चिथड़े-चिथड़े हो चुके थे.
कार के पीछे का नजारा देख दंग रह गए और उन्होंने कार को आगे बढ़ने से रोका. आनन-फानन में इस मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस भी शव की हालत देख हैरान हो गई. देखें हादसे का Video:-
एसपी ग्रामीण त्रिगुण विशन ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि यमुना एक्सप्रेस-वे के माइलस्टोन 106 पर जूता, मोबाइल और बॉडी के अवशेष पड़े मिले हैं. अंदेशा जताया जा रहा है कि हादसा इसी जगह पर हुआ होगा. इस हादसे को लेकर मथुरा ग्रामीण एसपी का बयान...
पुलिस मृतक के शव की पहचान करने का प्रयास कर रही है. बताया जाता है कि स्विफ्ट कार (DL12 CT2125) आगरा से नोएडा की ओर जा रही थी. फिलहाल मृतक के शव की पहचान नहीं हो सकी है.
वहीं, कार चालक ने इस मामले में अनभिज्ञता जताई है. उसका कहना है कि यमुना एक्सप्रेस-वे काफी कोहरे था. दुर्घटना किसी और वाहन से हुई होगी और शव उसकी गाड़ी में फंस गया होगा. फिलहाल पुलिस एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से हादसे के कारण पता लगा रही है.
दिल्ली के कंझावला केस ने देश को झकझोरा
बता दें कि बीती जनवरी में ही दिल्ली के कंझावला इलाके में कुछ इसी तरह का केस सामने आया था. यहां एक इवेंट कंपनी में काम करने वाली युवती अंजली सिंह (20) की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी और युवती को करीब 12 किलोमीटर घसीटती हुई ले गई थी. इस घटना में युवती की मौत हो गई थी. अंजलि की दोस्त निधि ने दावा किया था कि घटना के समय वह शराब के नशे में थी.
पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें से छह आरोपियों पर आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें धारा 302 (हत्या) के तहत आरोपी बनाया गया.
यही नहीं, कंझावला केस में दिल्ली पुलिस ने अपने 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया था. क्योंकि उन्होंने रास्ते में पीसीआर और चौकी की ड्यूटी पर होने के बावजूद लापरवाही बरती और इतनी दूरी तक घिसटती लड़की पर गौर नहीं किया था.