
उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन पर बुधवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया. या कहें कि बड़ी लापरवाही एक छोटे हादसे में तब्दील होकर कई जिंदगियों पर रहम कर गई. शकूर बस्ती ईएमयू ट्रेन का इंजन स्टॉपर तोड़कर प्लेटफार्म पर चढ़ गया. इस घटना का एक वीडियो सामने आया है.
2 मिनट 6 सेकंड (126 सेकंड) के इस वीडियो में जिम्मेदारों की लापरवाही को साफतौर पर देखा जा सकता है. इसमें 20 सेकंड बेहद अहम हैं, जो कि लापरवाही के गवाह हैं. एक लोकोपायलट के जाने के बाद 'लापरवाह लोकोपायलट' को वीडियो के 55वें सेकंड में इंजन में पहला कदम रखते देखा जा सकता है. फिर 1 मिनट और सात सेकंड पर वो दरवाजा बंद करके अपनी सीट के पास आता है.
सीट पर बैठने से पहले वो 1 मिनट और 15वें सेकंड पर अपने कंधे से 'लापरवाही का बैग' उतारकर कंट्रोल पैनल पर रखता है. मोबाइल पर चल रही वीडियो कॉल में आंखें गड़ाए लोकोपायलट भूल जाता है कि वो ब्रेक दबा रहा है या एक्सीलेटर.
जैसे ही वो अपनी 'लापरवाही का जोर' एक्सीलेटर पर रखता है, इंजन स्टॉपर तोड़कर प्लेटफार्म पर चढ़ जाता है. ये झटका इतना जोरदार होता है कि पूरा इंजन हिलने लगता है. इतना ही नहीं लोकोपायलट सीट समेत काफी देर तक झूलता रहता है.
बेशक इस हादसे ने रेल विभाग को तो पूरी तरह से हिला दिया, मगर क्या मजाल थी कि लोकोपायलट का वीडियो कॉल से संपर्क टूटता. इतना सब होने के बाद भी वो वीडियो कॉल पर सामने वाले शख्स से पूरी सिद्दत से जुड़ा रहता है.
खैर कुछ सेंकड में जब उसकी लापरवाही का नशा चूर होता है तो उसके हाथ में एक Wrench (पाना) देखा जा सकता है. हालांकि, तब तक काफी देर हो चुकी थी और इंजन प्लेटफार्म पर चढ़ चुका था. अब इस मामले में रेलवे प्रशासन की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. ये बात सामने आई है कि ट्रेन में जो पांच लोग मौजूद थे, वो सभी मोबाइल चला रहे थे और नशा कर रहे थे.
देखिए वीडियो...
मथुरा रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि जांच के बाद पांच लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है. इनमें एक लोकोपायलट सहित 4 टेक्निकल टीम के लोग शामिल हैं. ये सभी घटना के समय ट्रेन में मौजूद थे. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है.
रेलवे ने जिन रेलवे कर्मियों पर एक्शन लिया है, उनमें लोको पायलट गोविंद बिहारी शर्मा व टेक्निकल टीम के हरभजन सिंह, सचिन, बृजेश कुमार व कुलदीप शामिल हैं. इन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. मामले की जांच अभी भी जारी है.
रेलवे के अनुसार, इन लोगों का काम ट्रेन को सेटिंग कराकर खड़ी करने का था. यह लोग ट्रेन में मोबाइल चला रहे थे. जब जांच की गई तो यह लोग 42 प्रतिशत नशे की हालत में पाए गए. इस मामले में मेडिकल रिपोर्ट गुरुवार शाम तक रेलवे विभाग के अधिकारियों को मिल जाएगी. उसके बाद यह भी पता चल सकेगा कि इन लोगों ने कौन सा नशा किया था.