
उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस ने एक न्यूज एजेंसी को मंगलवार को बताया कि पिछले कुछ दिनों में जिले में गोहत्या की घटनाओं को लेकर एक चौकी प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई सोमवार को फूलबाग पुलिस चौकी क्षेत्र में गोवंश के अवशेष मिलने के बाद की गई. इस अवशेष की बरामदगी के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक पूर्व युवा विंग नेता के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया.
रविवार को भी इसी क्षेत्र में गोवंश के अवशेष मिले थे, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने फिर प्रदर्शन किया. वहीं, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संबंधित पुलिस टीमों को इस तरह की घटना न आने पाए, इसको लेकर कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया. बावजूद इसके इस तरह की घटनाएं आ रही थी. जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने सोमवार रात को फूलबाग पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक महेश कुमार, उपनिरीक्षक वीरेंद्र सिंह और कांस्टेबल प्रकाश और पवन को उनकी कथित निष्क्रियता के लिए निलंबित करने का आदेश दिया.
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एसएसपी ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को गोहत्या पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए और ऐसा न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व नेता अंकित चौधरी ने दावा किया कि स्थानीय निवासियों ने उन्हें रविवार को गाय के शव मिलने की सूचना दी थी.
लोगों के आक्रोश के बाद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि 48 घंटे के भीतर मामले को सुलझा लिया जाएगा. हालांकि, इस समय सीमा के समाप्त होने से पहले ही सोमवार को सूरजकुंड सीताराम पुलिया के पास और शव मिले, जिससे तनाव और बढ़ गया है.