
उत्तर प्रदेश के मेरठ में होली के दौरान एक निजी विश्वविद्यालय में खुलेआम नमाज अदा करने के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. गंगा नगर स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) अनूप सिंह ने बताया कि कार्तिक हिंदू की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. आईआईएमटी विश्वविद्यालय के प्रवक्ता सुनील शर्मा ने बताया कि आंतरिक जांच में पाया गया कि खुले में नमाज अदा करना और उसका वीडियो सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के इरादे से बनाया गया था.
शर्मा ने बताया, "विश्वविद्यालय ने वीडियो अपलोड करने वाले खालिद प्रधान के खिलाफ पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई का अनुरोध किया था." आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, जिसका उद्देश्य किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना है) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम, 2008 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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यह घटना तब चर्चा में आई जब छात्र खालिद प्रधान (खालिद मेवाती) द्वारा अपलोड किए गए एक वीडियो में छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में नमाज अदा करते हुए दिखाया गया. वीडियो के कारण स्थानीय हिंदू समूहों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रधान और तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया.
स्थानीय हिंदू समूहों ने बड़ी संख्या में छात्रों के भाग लेने और होली के दौरान वीडियो के प्रसारित होने का हवाला देते हुए इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है. फिलहाल पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.