
यूपी के मेरठ में एक मजार स्थल पर हनुमान मंदिर बनाए जाने के दावे के बाद अब इस मामले में डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस ने शनिवार को कहा कि मेरठ के जिला मजिस्ट्रेट ने कंकरखेड़ा क्षेत्र में एक 'मजार' स्थल पर हनुमान मंदिर स्थापित होने के दावों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है.
मजार की जगह बना मंदिर?
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ दिन पहले नए मंदिर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने इस मामले पर ध्यान दिया. जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने निर्माण स्थल के इतिहास की जांच करने और यह निर्धारित करने के लिए एक समिति का गठन किया है कि क्या पहले वहां कोई मजार था.
डीएम ने जांच के लिए बनाई कमेटी
एसएसपी डॉ. विपिन टांडा ने कहा, 'वहां कोई 'मजार' नहीं थी, वहां एक खाली कमरा था, वहां पहले क्या था, 'मजार' या मंदिर, इसकी जांच के लिए जिला मजिस्ट्रेट ने अधिकारियों और उपविभागीय मजिस्ट्रेट को जांच सौंपी है. उन्होंने कहा, 'जांच टीम से सात दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.'
रिपोर्ट के मुताबिक कुछ स्थानीय लोगों ने कंकरखेड़ा के आदर्श कॉलोनी इलाके के बाहर एक छोटे से कमरे में भगवान हनुमान की मूर्ति रखी और उसकी पूजा शुरू कर दी. पुलिस ने कहा कि कुछ निवासियों ने दावा किया कि यह कमरा कभी एक 'मजार' था.
विवादित स्थल पर पुलिस तैनात
उन्होंने बताया कि मूर्ति की स्थापना और उसके बाद के समारोहों से इलाके में तनाव फैल गया. मंदिर का एक वीडियो सामने आने के बाद, सर्कल ऑफिसर (दौराला) सुचिता सिंह सहित स्थानीय अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए साइट का दौरा किया. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी समीक्षा की. एहतियात के तौर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.