
मेरठ नगर निगम बोर्ड की बैठक के दौरान विपक्षी पार्षदों के साथ कथित पिटाई की घटना को लेकर आरएलडी चीफ जयंत चौधरी ने बीजेपी पर 'सत्ता के नशे' में होने का आरोप लगाया है. हाल ही में मेरठ नगर निगम बोर्ड की बैठक के दौरान बीजेपी और विपक्षी दलों के पार्षद आपस में भिड़ गए थे. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर अपने पार्षदों का अपमान करने और उन पर हमला करने का आरोप लगाया.
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी सोमवार को जाहिदपुर पहुंचे और पार्षदों से मुलाकात की. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेता सत्ता के नशे में घूंसों का इस्तेमाल करते हैं.''
उन्होंने कहा, "इस मामले को सुनने के बाद मैं इसे अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते हुए यहां आया हूं. पीड़ितों को अब भी धमकाया जा रहा है, लेकिन वे दृढ़ हैं और मैं उनकी लड़ाई में उनके साथ हूं. अगर पंचायत होगी तो मैं भी उसमें भाग लूंगा."
राज्यसभा सांसद ने कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछना चाहते हैं कि उनके विधायकों और मंत्रियों के मुक्के भारी हैं या सीधे जनता से जुड़े मुद्दे उठाने वाले जन प्रतिनिधियों के अधिकार.
उन्होंने कहा, "योगी आदित्यनाथ को सोचना चाहिए कि उनकी टीम में ऐसे लोगों के रहते न्याय और कानून-व्यवस्था कैसे होगी? योगीजी को खुद इस पर कार्रवाई करनी चाहिए."
अखिलेश यादव ने किया था ट्वीट
इस घटना के बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था और समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी नेताओं ने दलित पार्षदों को निशाना बनाया था, जिन्होंने आरोप से इनकार किया था.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बीजेपी नेताओं के 'सत्ता के अहंकार' में डूबने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि भाजपाई सत्ता के अंहकार में डूबकर दलितों से जो अपमानजनक व्यवहार कर रहे हैं, उसका जवाब उन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में मिलने वाला है. बीजेपी आगामी हार की हताशा में हिंसक हो गई है.