
उत्तर प्रदेश के बांदा कोर्ट ने नाबालिग का अपहरण कर रेप और फिर शादी करने के मामले आरोपी को 15 साल की सजा सुनाई है. साथ ही युवक को 43 हजार का जुर्माना भी लगाया है. मामले में कोर्ट के सरकारी अधिवक्ता कमल सिंह गौतम ने पुष्टि की है. मामला बिसंडा थाना क्षेत्र के एक गांव का है.
यहां के रहने वाले पीड़ित परिवार ने 29 अप्रैल 2015 को थाना में नाबालिग के अपहरण का मामला दर्ज कराया था. पीड़ित परिवार का आरोप था कि जब वह खेत से घर पहुंचे थे, तो उनकी नाबालिग बेटी घर पर नहीं थी. इसके अलावा घर में रखे गहने और सामान सामान गायब था. उनका आरोप था कि कोई बेटी को बहला फुसलाकर ले गया है.
कोर्ट में पेश किए गए 6 गवाह
इसके बाद पुलिस केस दर्ज कर नाबालिग लड़की की खोजबीन में जुट गई थी. करीब दो साल बाद पुलिस ने नाबालिग को बरामद कर लिया. फिर कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए. इसके बाद आरोपी के खिलाफ रेप सहित पॉक्सो की धाराएं बढ़ा दी गईं.
वकील के मुताबिक, पुलिस और अभियोजन ने कोर्ट में 6 गवाह पेश किए. इसके बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों की तमाम दलीलों के बाद मंगलवार को जज अनु सक्सेना ने आरोपी के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए उसे 15 साल की कठोर सजा सुनाई है.
मिशन शक्ति के तहत की जा रही है कार्रवाई- SP
वहीं, बांदा के एसपी अभिनंदन ने बताया कि महिला संबंधित अपराधों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. साथ ही कोर्ट से भी कठोर सजा दिलाने का प्रयास किया जाता है. मंगलवार को कोर्ट ने रेप के मामले में आरोपी को 15 साल की सजा सुनाई है. साथ ही 43 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है. अपराधियों पर लगातार मिशन शक्ति के तहत कार्रवाई की जा रही है.
नाबालिग को बहला-फुसलाकर घर से किया था अपहरण- वकील
मामले में कोर्ट के सरकारी वकील कमल सिंह गौतम ने बताया, "सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. आरोपी ने साल 2015 में बिसंडा थाना इलाके की रहने वाली नाबालिग को बहला-फुसलाकर घर से अपहरण कर लिया था. इसके बाद पीड़ित परिवार ने थाने में 363/366 का केस दर्ज कराया था."
15 साल की सजा और 43 हजार का जुर्माना- वकील
कमल सिंह आगे बताया, "फिर पुलिस ने दो साल बाद नाबालिग को बरामद किया. इसके बाद साल 2018 में कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया. कोर्ट में 6 गवाह, तमाम सबूतों और दलीलों के बाद कोर्ट में जज अनु सक्सेना ने आरोपी को 15 साल की सजा और 43 हजार का जुर्माना लगाया है. इस तरह के फैसले से आरोपियों में डर पैदा होगा और महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों पर लगाम लगेगी."