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गोकशी, थाने का घेराव, बवाल... Moradabad में बजरंग दल के नेता समेत 4 गिरफ्तार, हुआ सनसनीखेज खुलासा

Moradabad News: पुलिस के मुताबिक, विरोधी को फंसाने के लिए गोकशी की घटना को अंजाम दिया गया था. इसमें स्थानीय बजरंग दल का नेता भी शामिल था. मामले में पुलिस ने कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

मुरादाबाद पुलिस की गिरफ्त में आरोपी मुरादाबाद पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
जगत गौतम
  • मुरादाबाद ,
  • 01 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 2:57 PM IST

यूपी के मुरादाबाद में पुलिस ने गोकशी की दो घटनाओं को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, इसमें बजरंग दल का नेता भी शामिल था. मामले में आरोपी नेता सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि, दो लोग अभी फरार हैं. उनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. 

दरअसल, मामला 16 जनवरी का है जब थाना छजलैट इलाके के कांवड़ पथ पर गोवंश के अवशेष मिले थे. इसे लेकर काफी बवाल हुआ था. इसके कुछ दिन बाद फिर इसी तरह की घटना थाना छजलैट में हुई. 28 जनवरी को चेतरामपुर गांव में गोवंश पड़ा मिला. इसको लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया था. 

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गौरतलब है कि दोनों ही घटनाओं की सूचना बजरंग दल के कार्यकर्ता द्वारा पुलिस को दी गई थी. कार्यकर्ताओं ने मामले का खुलासा ना होने और आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए थाने पर जमकर बवाल काटा था. इसकी अगुवाई बजरंग दल के नेता मोनू विश्नोई ने की थी. 

पुलिस शिद्दत से इस केस को सुलझाने में लगी हुई थी. इस दौरान पता चला कि जो लोग विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, वही इस क्राइम में शामिल हैं. बीते दिन पुलिस ने सभी को अरेस्ट करते हुए केस का खुलासा कर दिया. 

गोकशी केस में हुआ सनसनीखेज खुलासा 

मामले में गिरफ्तार एक आरोपी शहाबुद्दीन ने कबूला की उसके भाई की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी. इसलिए अपने विरोधियों को फंसाने के लिए उसने अन्य आरोपियों से मिलकर एक योजना बनाई. क्योंकि, कथित तौर पर छजलैट थाना प्रभारी ने उसकी बात नहीं सुनी थी इसलिए उनके थाना क्षेत्र में गोकशी की घटना को अंजाम देना तय हुआ.  

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शहाबुद्दीन ने अपने साथी नईम (निवासी सिकरी छजलैट) को रुपये देकर कांवड़ पथ पर गोवंश के अवशेष रखवा दिए. इस घटना के बाद बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू, प्रखंड अध्यक्ष राजीव चौधरी ने साथियों के साथ मिलकर छजलैट थाना प्रभारी को हटाने के लिए कांठ तहसील में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आरोपियों ने दोबारा से वारदात को अंजाम दिया. 

शहाबुद्दीन ने 28 जनवरी की रात दूसरे साथी जमशेद के साथ मिलकर चेतरामपुर गांव में घर के बाहर बंधी गाय को चोरी कर लिया. इसके बाद जंगल में जाकर दोनों ने उसकी जान ले ली. इस दौरान आरोपी सुमित उर्फ मोनू, राजीव चौधरी और रमन चौधरी ने पूरी घटना का वीडियो बनाया. इसके बाद उसे पुलिस अधिकारियों को एक्स प्लेटफॉर्म पर टैग करते हुए कार्यवाही की मांग की. 

चार आरोपी गिरफ्तार

मामले में एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि 4 आरोपियों शहाबुद्दीन, रमन चौधरी, मुख्य आरोपी मोनू विश्नोई उर्फ सुमित और राजीव चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. बीती 16 और 28 जनवरी को थाना छजलैट से दो गोहत्या के मामले सामने आए थे. दोनो घटनाएं अपराधिक रूप से संदिग्ध मालूम हो रही थीं. पुलिस ने गहनता से जांच-पड़ताल की तो मालूम हुआ कि पुरानी रंजिश के चलते विपक्षी को जेल भिजवाने के लिए पूरी साजिश रची गई थी. 

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