
पुलिस की हिरासत में होने के बावजूद भी अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है. यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में 50,000 से लेकर 5 लाख रुपये तक के 29 इनामी बदमाश ऐसे हैं, जो एक-दो साल से लेकर लगभग 10 सालों से फरार हैं.
कई बदमाश तो ऐसे हैं, जिनकी पुलिस के पास तस्वीर के अलावा कोई सुराग तक नहीं है. पुलिस को उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स के अलावा 29 इनामी बदमाशों की तलाश है.
3 बदमाशों पर सबसे ज्यादा है इनाम
यूपी पुलिस के मोस्ट मांटेड लिस्ट में 29 ऐसे बदमाश हैं, जिनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. इन बदमाशों की लिस्ट में 3 पर सर्वाधिक 5 लाख रुपये का इनाम वाला वो घोटालेबाज है, जो आम आदमी का पैसा लेकर फरार है.
इन घोटालेबाजों की मास्टरमाइंड एक महिला भी है. उमेश पाल हत्याकांड के पांच लाख के नामी शूटर गुड्डू मुस्लिम, साबिर, अरमान को छोड़ दें, तो जिन 4 पर 5 लाख का इनाम है, उसमें सबसे पहला नाम दीप्ति बहल का है.
पुलिस को बीते 4 सालों से दीप्ति बहल की तलाश
दीप्ति बहल गाजियाबाद की रहने वाली है. वह 42 हजार करोड़ के बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड संजय भाटी की पत्नी है. यूपी पुलिस को बीते 4 सालों से उसकी तलाश है. देशभर में बाइक बोट घोटाले की 100 से अधिक एफआईआर दर्ज हैं, जिनमें दीप्ति बहल भी नामजद हैं. दीप्ति के साथ मेरठ का रहने वाले विजेंद्र सिंह हुड्डा और बुलंदशहर के भूदेव पर भी 5 लाख का इनाम है. ये दोनों भी बाइक बोट घोटाले में शामिल थे.
राशिद नसीम पर 5 लाख रुपये का इनाम
लखनऊ के राशिद नसीम पर भी 5 लाख का इनाम है. लखनऊ, प्रयागराज समेत कई शहरों में शाइन सिटी के नाम से हाउसिंग सोसायटी से अरबों रुपये डकार कर फरार हुआ राशिद नसीम अब दुबई में ऐशोआरम की जिंदगी जी रहा है. वह नसीम शाइन सिटी फ्रॉड केस का बड़ा मास्टरमाइंड है.
राशिद पर लखनऊ से लेकर नोएडा, प्रयागराज, कानपुर में 300 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं. दो दर्जन से अधिक इस के घोटाले में शामिल लोग गिरफ्तार कर जेल में भेजे जा चुके हैं. मगर, राशिद अब तक नहीं पकड़ा गया है.
बदन सिंह बद्दो पर ढाई लाख का इनाम
बदन सिंह बद्दो मेरठ का रहने वाला है. यूपी पुलिस ने बदन सिंह बद्दो पर ढाई लाख का इनाम रखा है. पुलिस कस्टडी में पेशी के दौरान बदन सिंह बद्दो ने पुलिस वालों को होटल में खाना खिलाया. ऐसा ऐश कराया कि पुलिस खातिरदारी में मस्त हो गई और होटल से बदन सिंह फरार हो गया.
इसके बाद से उसे आज तक पकड़ा नहीं जा सका. चर्चा है कि बदन सिंह बद्दो यूरोप में छुप कर बैठा है. अपनी ग्लैमरस जिंदगी के लिए मशहूर बदन सिंह बद्दो सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहता है. वह यूपी पुलिस के अफसरों को लेकर पोस्ट लिखता है. मगर, बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी यूपी पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी है.
राघवेंद्र यादव पर ढाई लाख का इनाम
गोरखपुर के रहने वाले राघवेंद्र यादव पर ढाई लाख का इनाम है. सात साल से फरार चल रहे राघवेंद्र यादव गोरखपुर रेंज में आतंक का दूसरा नाम है. 6 जनवरी 2016 को राघवेंद्र ने गोरखपुर में दिनदहाड़े रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर जय हिंद यादव के भाई बलवंत और बेटे कौशल की हत्या की थी.
हत्याकांड के बाद केस में पैरवी नहीं करने की धमकी देकर चला गया. जय हिंद यादव ने केस की पैरवी शुरू की तो 10 अप्रैल 2018 को जय हिंद यादव को उसके बेटे नागेंद्र के साथ कचहरी से लौटते वक्त मौत के घाट उतार दिया. राघवेंद्र यादव गोरखपुर के झंगहा का रहने वाला है. यूपी पुलिस को उसकी तलाश है, लेकिन उसका सुराग तक नहीं लगा पाई है.
सीबीआई ने घोषित किया है 2 लाख का इनाम
मुख्तार का करीबी रिश्तेदार शार्प शूटर अतीक उर रहमान उर्फ बाबू की यूपी पुलिस को साल 2001 से तलाश है. 22 सालों से अतीक उर रहमान पर सीबीआई ने 2 लाख का इनाम घोषित कर रखा है. कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी अतीक उर रहमान का नाम सामने आया था. लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका.
यूपी पुलिस के पास उसकी दो दशक पुरानी एक तस्वीर है. इसके अलावा पुलिस के पास उसका कोई सुराग नहीं है. कहते हैं मुख्तार अंसारी के इशारे पर एक गोली से जिन लोगों की हत्याएं हुई हैं, उसमें बाबू का ही हाथ था. उसे सिंगल शॉट मर्डर का एक्सपर्ट माना जाता है.
शहाबुद्दीन है मुख्तार अंसारी का शूटर
गाजीपुर का रहने वाला शहाबुद्दीन भी मुख्तार अंसारी का ही शूटर बताया जाता है. अतीक उर रहमान की तरह शाहबुद्दीन पर भी इनाम घोषित कर रखा है. शहाबुद्दीन पर 3 दर्जन से अधिक हत्या और हत्या के प्रयास लूट, रंगदारी वसूली के मुकदमे दर्ज हैं.
पुलिस विभाग में चर्चा है कि शहाबुद्दीन कृष्णानंद राय हत्याकांड के बाद नेपाल भाग गया था. वहां दाऊद के गैंग से जुड़ने के बाद कुछ वक्त के लिए पाकिस्तान गया. मगर, अब वह वापस हिंदुस्तान में अज्ञात जगह पर छिप कर रहा है. हालांकि, पुलिस को उसका पता नहीं चल पा रहा.
विश्वास नेपाली पर है 50 हजार रुपये का इनाम
विश्वास नेपाली 50 हजार रुपये का इनाम है. वह मुख्तार गैंग का शूटर है. कृष्णानंद राय हत्याकांड में विश्वास नेपाली भी शामिल था. वाराणसी पुलिस को विश्वास नेपाली की तलाश है. वो नेपाल में छिपकर ट्रांसपोर्ट का बिजनेस कर रहा है. अपनी राजनीतिक पहुंच के चलते विश्वास नेपाली की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही.
पिंटू उपाध्याय उर्फ रूद्रेश उपाध्याय 2015 से फरार है
भदोही के रहने वाला पिंटू उर्फ रूद्रेश उपाध्याय पर 50,000 का इनाम है. बीते 8 सालों से पिंटू उपाध्याय की यूपी पुलिस को तलाश है. साल 2014 में भदोही के गोपीगंज इलाके में तिहरा हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पिंटू उपाध्याय चर्चा में आया था. सुपारी लेकर हत्या करने वाला पिंटू उपाध्याय 2015 से फरार है.
बृजेश सिंह गैंग का शार्प शूटर है मनीष सिंह
वाराणसी का रहने वाला मनीष सिंह 50, 000 का इनामी है. बृजेश सिंह गैंग का शार्प शूटर मनीष सिंह की यूपी पुलिस को डेढ़ दशक से तलाश है. मनीष सिंह को लेकर यूपी पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है. बस यही कहा जाता है कि बृजेश सिंह गैंग को मनीष सिंह ही ऑपरेट करता है.
सुनील यादव पर है 50 हजार रुपये का इनाम
सुनील यादव वाराणसी पुलिस का 50, 000 रुपये का इनामी बदमाश है. मुन्ना बजरंगी का करीबी रहा सुनील यादव उस समय चर्चा में आया जब साल 2011 में इसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या कर दी. 2011 से सुनील यादव की यूपी पुलिस को तलाश है.
रंगदारी न देने पर हत्या के लिए जाना जाता है अजीम अहमद
अजीम अहमद उर्फ अजीम खान वाराणसी के मडुवाडीह थाने का हिस्ट्रीशीटर 50,000 का इनामी है. बताया जाता है कि अपराध की दुनिया में अजीम अहमद को डॉक्टर के नाम से जानते हैं. आरपीएफ में कॉन्स्टेबल पिता का बेटा अजीम अहमद रंगदारी नहीं देने पर हत्या करने के लिए कुख्यात है. साल 2012 में मार्बल कारोबारी सुशील सिंह ने रंगदारी नहीं दी तो हत्या कर दी और अगले ही दिन इसमें एक अन्य कारोबारी से रंगदारी वसूली की. अब तक अजीम अहमद के 3 साथी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए है. लेकिन बीते 12 सालों से अजीम खान की यूपी पुलिस को तलाश है.
संजीव नाला पर हैं 65 से ज्यादा मुकदमे
संजीव नाला मुजफ्फरनगर पुलिस का 50, 000 का इनामी है. संजीव नाला ने पश्चिम उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा और राजस्थान में तक अपना नेटवर्क फैला हुआ है. संजीव नाला पर हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी वसूली, मारपीट, जानलेवा हमला समेत कई गंभीर धारा में 65 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
सुधीर उर्फ महाकार सिंह पर है 50 हजार रुपये का इनाम
सुधीर उर्फ महाकार सिंह सहारनपुर का 50000 का इनामी है. हत्या के मामले में फरार चल रहे सुधीर महाकार सिंह की तलाश में यूपी पुलिस बीते 8 सालों से परेशान है. पुलिस की टीमों को शक है कि सुधीर सिंह ने हरियाणा में शरण ले रखी है लेकिन वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा है. मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, देवबंद में अपने किसी भी व्यक्ति के संपर्क में है. जिसकी वजह से उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है
दिनेश कुमार सिंह पर है 1.5 लाख का इनाम
रायबरेली के रहने वाले दिनेश कुमार सिंह 1.5लाख का इनामी है. साल 2017 में आजीवन कारावास की सजा काट रहा दिनेश सिंह पैरोल पर जेल से निकला तब से वापस नहीं आया. बीते 8 सालों से दिनेश कुमार सिंह की तलाश में रायबरेली पुलिस हलकान है लेकिन उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.
सुमित 30 से अधिक मुकदमे में मोस्ट वांटेड है
इन बदमाशों के अलावा यूपी पुलिस को जिनकी तलाश है उसमें राम चरण बौरा 3 लाख का इनामी बाराबंकी कराने वाला है. 2 लाख का इनामी सुमित हत्या लूट डकैती के 30 से अधिक मुकदमा में वांटेड चल रहा. हरीश 2 लाख का इनामी मुजफ्फरनगर का रहने वाला है. हरीश पर हत्या लूट के 30 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. चर्चा है कि हरीश हरियाणा और दिल्ली में अपना बेस बनाकर छिपकर रहा है. गाजीपुर पुलिस का 50,000 का इनामी शिवा बिंद उर्फ शिव शंकर सिंह है.
लखनऊ पुलिस का 50,000 का इनामी आफताब आलम है. कौशांबी पुलिस का 50,000 का इनामी बाहर उर्फ बहारुद्दीन है. आगरा पुलिस का 50,000 का इनामी राम नरेश ठाकुर है. लखनऊ पुलिस का 50,000 का इनामी सलीम उर्फ मुख्तार शेख है. बुलंदशहर का इनामी 50,000 का नाम विनोद कुमार शामिल है.
इन इनामी बदमाशों की तलाश यूपी पुलिस को है. इन 26 इनामी में उमेश पाल हत्याकांड के फरार चल रहे शूटर गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर को भी जोड़ लेंगे तो इसकी संख्या 29 हो जाएगा. यानी यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में 5 लाख से 50,000 तक के 29 इनामी ऐसे हैं, जिनकी तलाश में यूपी पुलिस सालों से खाक छान रही है. लेकिन किसी का कोई सुराग हाथ नहीं लग पा रहा.