
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी में बुधवार को एमपी एमएलए अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-19 के जज विपिन यादव की कोर्ट में फर्जी एंबुलेंस मामले में डॉन मुख्तार अंसारी की वर्चुअल पेशी हुई. मौजूदा वक्त में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में रखा गया है. सरकार बनाम अल्का राय फर्जी एंबुलेंस मामले में आठवें गवाह संजय मिश्रा को हाई सेक्योरिटी के तहत बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ कोर्ट में पेश किया गया.
संजय मिश्रा ने गवाही के दौरान अपनी जान को खतरा और डॉन मुख्तार अंसारी के गुर्गों की तरफ से धमकी मिलने की बात कही.कोर्ट परिसर में गवाह संजय मिश्रा के हाजिर होने से पहले सीओ सिटी बीनू सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने डॉग स्क्वाड की मदद से तलाशी ली.
कौन है संजय मिश्रा?
मुख्तार अंसारी से जुडे़ एंबुलेंस केस के 8वें गवाह एंबुलेंस बेचने वाली कंपनी के सीईओ संजय मिश्रा को बनाया गया है. संजय ने फर्जी एंबुलेंस को कंपनी के जरिए श्याम संजीवनी अस्पताल को बेची थी. सबसे पहले सरकारी वकील ने कोर्ट के समक्ष सरकारी गवाह संजय मिश्रा की गवाही करवाई. इसमें काफी समय लगने की वजह से जज विपिन यादव ने मुकदमे की अगली तारीख 5 मार्च तय की है. इस मौके पर सरकारी वकील सहित मुख्तार अंसारी के वकील भी कोर्ट में मौजूद थे.
क्या है एंबुलेंस मामला?
पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी पेशी पर जाने के लिए बाराबंकी में फर्जी कागजातों से रजिस्टर्ड एंबुलेंस (UP 41 AT 7171) का प्रयोग करता था. इस संबंध में 31 मार्च 2021 को तत्कालीन एआरटीओ पंकज कुमार सिंह ने मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉ. अलका राय पर मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में मुख्तार अंसारी सहित 13 लोगों पर 27 मार्च 2022 को गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई.
मामले में कौन-कौन है आरोपी?
एंबुलेंस मामले में जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है, उनमें मुख्तार अंसारी, डॉ.अल्का राय, डॉ. शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद, आनंद यादव, मोहम्मद सुहैब मुजाहिद, अफरोज खां, जफर उर्फ चंदा, सुरेंद्र शर्मा, सलीम, मोहम्मद शाहिद और फिरोज कुरैशी का नाम शामिह है.