
गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) में शनिवार को गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी और उनके भाई मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगेस्टर मामले में सुनवाई हुई. कोर्ट ने इस मामले में 15 अप्रैल को फैसले की तारीख तय की है. मामला कृष्णानन्द राय हत्याकांड से जुड़ा हुआ है.
बीजेपी विधायक सहित 7 की हुई थी हत्या
साल 2005 में तत्कालीन बीजेपी विधायक कृष्णानन्द राय समेत 7 लोगों की हत्या कर दी गई थी. मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के बसनिया चट्टी पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. मामले में 2007 में गैंगेस्टर एक्ट के तहत अफजाल अंसारी, उनके भाई माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और बहनोई एजाजुल हक पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था. बता दें कि, एजाजुल हक का देहांत हो चुका है.
साल 2012 में शुरू हुआ था ट्रायल
मामले साल 2012 में गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट में ट्रायल शुरू हुआ और आज इसकी अंतिम बहस पूरी हुई और जज 15 अप्रैल को फैसले की तारीख तय की है. गैंग चार्ट में अफजाल अंसारी पर कृष्णानन्द राय हत्याकांड का मामला है, जबकि मुख्तार अंसारी के खिलाफ इसके अलावा एक अन्य मामला रूंगटा अपहरण और हत्याकांड का है.
अधिकतम 10 साल की सजा
एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि की और बताया की अंतिम बहस के बाद 15 अप्रैल को फैसला होगा. उन्होंने बताया कि गैंगेस्टर मामले में अधिकतम 10 वर्ष की सजा का प्रावधान है.
साथ ही एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने कहा है कि अफजाल अंसारी ने पहले भी कहा था कि इस मामले में वह बरी हो चुके हैं और वह इसी मामले में हाइकोर्ट भी गए थे. मगर, उन्हें HC से राहत नहीं मिली थी. एडीजीसी के मुताबिक, माफिया मुख्तार अंसारी के मामले में 10 गवाहों की, जबकि अफजाल अंसारी के मामले में 7 गवाहों की गवाही इस मामले में ट्रायल के दौरान हुई थी.